उत्तर प्रदेश: मॉब लिंचिंग रोकने के लिए अब गाय ले जाने के लिए मिलेगा प्रमाणपत्र, गौ सेवा आयोग देगा सुरक्षा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए जन सहयोग, जन सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल देते हुए कहा कि गोशालाओं में कम्पोस्ट बनाने की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि कम्पोस्ट और संग्रहीत गोमूत्र की बिक्री से गोशालाएं काफी हद तक आत्मनिर्भर हो सकती हैं.
उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गाय को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने वाले गोपालकों को गौ सेवा आयोग प्रमाण पत्र उपलब्ध कराएगा. इसके साथ उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाएगा. ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो. इसके साथ सूबे में गौ-तस्करी की घटनाओं पर लगाम लगाने की बात भी कही. सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोसेवा आयोग और पशुपालन विभाग के अधिकारियों के लोकभवन में हुई बैठक के बाद यह निर्देश दिए.
इसके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने गौ सेवा आयोग के अधिकायरियों को निर्देश दिया है दो गाय रखने वाले किसानों को चारा के लिए 30 रुपए रोज के हिसाब से देने को कहा है. इसके साथ अधिकारीयों ने कहा है कि गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर काम करें. इसके साथ ही मवेशियों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते समय क्रूरता न की जाए.
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गोवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए जन सहयोग, जन सहभागिता आवश्यक है. उन्होंने गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल देते हुए कहा कि गोशालाओं में कम्पोस्ट बनाने की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि कम्पोस्ट और संग्रहीत गोमूत्र की बिक्री से गोशालाएं काफी हद तक आत्मनिर्भर हो सकती हैं. गोशालाओं के सह उत्पादों के व्यावसायिक उपयोग की सम्भावनाओं को भी तलाशा जाना चाहिए.