लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की गरीब जनता के मुफ्त इलाज के लिए उन्होंने ‘आयुष्मान भारत’ योजन की शुरुआत किया हैं. लेकिन इस योजना को लेकर अक्सर शिकायत मिल रही है कि मरीजों को अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल में कार्ड दिखाने के बाद भी मरीज का इलाज नहीं हो रहा है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के सरकारी अस्पताल केजीएमयू में आया है. इस अस्पताल में एक युवक को बिजली का करंट लगने के बाद परिवार वालों ने जब यहां पर इस योजना के तहत मरीज का इलाज करवाने के लिए पहुंचे तो अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया और इलाज के बदले में पैसा मांगने लगे.
परिवार वालों का आरोप है कि उन्होंने जैसे ही पीड़ित को अस्पताल में भर्ती करने के लिए एडमिशन काउंटर पर पहुंचे वैसे ही अस्पताल की तरह से कहां गया कि इलाज के बदले में पैसा देना पड़ेगा. जबकि परिवार वाले ‘आयुष्मान भारत’ के तहत बने कार्ड को दिखाया. इस पर अस्पतला के कर्मचारी तैश में आ गए और कहने लगे कि जागो फिर प्रधानमंत्री से ही अपना इलाज करवाओ लो. परिवार वालों ने इसकी शिकायत तिलहर से बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा से किया. पीड़ित परिवार का इलाज हो सके बीजेपी विधायक वर्मा आनन फानन में केजीएमयू अस्पताल जरूर पहुंचे. लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उनकी भी एक नहीं सुनी. यह भी पढ़े: PM मोदी ने की ‘आयुष्मान भारत’ योजना की शुरुआत, मिलेगा इस हेल्थ स्कीम से 50 करोड़ लोगों को लाभ
परिवार वालों के काफी मिन्नत के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने भर्ती जरूर किया लेकिन उन्होंने ड्रेसिंग और बाकी दवाओं के लिए बाहर से दवा लाने को कहा. परिवार वाले डॉक्टरों से मिन्नत करते रहे कि उनके पास पैसा नहीं है. ऐसे में अस्पताल के अंदर से दवा दिया जाए. लेकिन उन्होंने उनकी एक भी नहीं सुना. वही इस मामले की शिकायत जब लखनऊ सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल तक पहुंची तो सफाई में उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत अस्पतालों में मरीजों का मुफ्त में इलाज करवाने के लिए प्रावधान है. लेकिन शाहजहांपुर के केजीएमयू अस्पताल में अभी तक आयुष्मान के सेटअप ऑनलाइन नहीं हो सका था. इस वजह से दिक्कत आई थी. लेकिन अस्पताल में जल्द से जल्द ऑनलाइन की व्यवस्थाएं करा दी जाएगी. यह भी पढ़े: PM मोदी ने किया आयुष्मान भारत योजना का एलान, आम आदमी को ऐसे होगा फायदा
बता दें कि जिस युवक को बिजली का करंट लगा है. उसका नाम कमलेश है. वह शाहजहांपुर जिले में बिजली विभाग में संविदाकर्मी है. दो दिन पहले बिजली का तार जोड़ते वक्त वह करंट से झुलस गया था. परिवार वाले पहले पास के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था. तबियत ज्यादा बिगड़ने पर सोमवार रात उसे शाहजहांपुर के सरकारी अस्पताल केजीएमयू में इलाज के लिए रेफर किया गया था.