लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध खनन घोटाला को लेकर शनिवार को सीबीआई ने आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला (B Chandrakala) के घर समेत उत्तर प्रदेश के 14 स्थानों पर छापेमारी की. छापे के बाद मीडिया के हवाले से खबर आई कि सीबीआई के अधिकारी इस मामले में पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Ex- CM Akhilesh Yadav) से पूछताछ कर सकती है. ऐसे में इस मामले में अखिलेश यादव अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि वे सीबीआई के हर पूछताछ के लिए तैयार है. उनसे कभी भी पूछताछ कर सकती हैं.
वहीं आगे उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ विरोध की लहर चल रही है. ऐसे में उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बसपा से गठबंधन कर रही है. उन्हें लग रहा है कि दोनों पार्टियों का राज्य में गठबंधन होता है तो बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ेगा. इसलिए केंद्र की मोदी सरकार मुझ पर सीबीआई द्वारा छापेमारी करवा रही है. अपने इस बयान के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी की आड़ में कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले यूपीए के कार्यकाल में कांग्रेस ने सीबीआई से मुलाकात कराई और अब केंद्र की एनडीए सरकार ने सीबीआई से मुलाकात करवा रही है. यह भी पढ़े: अवैध खनन मामले में बढ़ सकती है UP के पूर्व CM अखिलेश यादव की मुश्किलें, CBI करेगी उनकी भूमिका की जांच
क्या है पूरा मामला
आईएस बी चंद्रकला पर हमीरपुर में जिलाधिकारी रहते हुए अवैध खनन व अपने चहेतों को पट्टे देने का आरोप है. इस संबंध में 2 साल पहले हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया.
2012 के बाद चंद्रकला ने दिए थे खनन के पट्टे
बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी. उनके ऊपर आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी. वहीं अखिलेश यादव ने यूपी में सरकार के गठन के समय 2012 से जुलाई 2013 तक खनन मंत्रालय खुद अपने पास रखा था.