Uttar Pradesh: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रहे सीएम योगी आदित्यनाथ, डॉक्टरों और ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी को पूरा करने के लिए दिए ये अहम निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: ANI)

19 अप्रैल, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. उनके निर्देश पर लगातार अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में संसाधनों में ईजाफा किया जा रहा है. कोरोना संक्रमितों को बेहतर ईलाज मिल सके, इसके लिए पैरा मेडिकल स्टॉफ से लेकर डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित 106 डॉक्टरों को तैनाती दी गई है. इन्हें कोरोना संक्रमितों की ईलाज में लगाया गया है. सीएम योगी कोरोना संक्रमित होने के बावजूद प्रदेश में कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई को लेकर पैनी निगाह रखे हैं. सीएम योगी की प्राथमिकता एक-एक व्यक्ति की जान बचाना है. वह अकसर बैठकों में कहते हैं कि जब कोरोना से 10 कदम आगे की सोच रखेंगे, तभी उसको नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी. यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh: पूर्वांचल के लोगों को खूब पसंद आ रहा सीएम योगी आदित्यनाथ का तोहफा, सिर्फ 2 दिन में करीब 15 हजार लोगों ने की चिड़ियाघर की सैर.

सीएम की इसी रणनीति के कारण दवाओं से लेकर, संसाधनों और पैरा मेडिकल स्टाफ से लेकर डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है. प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश से चयनित 106 चिकित्सा शिक्षकों को आज तैनाती दी गई है. इसमें आर्थोपेडिक विभाग में 18, टीबी एंड चेस्ट छह, बाल रोग विभाग में 19, आपथमालोजी में पांच, ईएनटी में आठ, आब्स एंड गायनी में 12, सामान्य मेडिसिन में 22, फारेंसिक विभाग में एक, स्किन एंड बीडी में एक, रेडियोथेरिपी में तीन, एपीडेमोलॉजिस्ट में पांच, आरएचटीसी कम सहायक आचार्य में पांच और प्लास्टिक सर्जरी में एक चिकित्सा शिक्षक को तैनात किया गया है.

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मेडिकल कॉलेजों, संस्थानों और चिकित्सा महाविद्यालयों में आपात परिस्थितियों को देखते हुए संसाधनों से लेकर पैरा मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों को बढ़ाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित एक सौ छह डॉक्टरों की आज तैनाती की गई है. मानव संसाधनों और अस्पतालों में बेड्स की संख्या को और बढ़ाया जा रहा है. इसके अलावा मेडिकल ऑक्सीजन गैस उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त सिलेंडरों को खरीदने के भी आदेश जारी किए गए हैं.

हर सूचना पर रखी जा रही नजर

शासन की ओर से मेडिकल कॉलेजों, चिकित्सा महाविद्यालयों और संस्थानों में किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर तत्काल बताने के आदेश जारी किए गए हैं. हर संस्थान में उपलब्ध डी और बी टाइप के सिलेण्डर और लिक्विड मेडिकल आक्सीजन की उपलब्धता, कोविड-19 से ग्रसित आइसोलेशन वार्ड और आईसीयू में भर्ती मरीजों की संख्या की नियमित सूचना पर नजर रखी जा रही है, जिससे आक्सीजन उपभोग का आकलन किया जा सके.