कोरोना का खौफ: यूपी के बांदा में COVID-19 के डर से 35 साल के युवक ने की आत्महत्या, खांसी और जुकाम से था परेशान

कोरोना वायरस (Coronavirus) लगातार लोगों की जिंदगियां निगल रहा है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से अब तक हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं लाखों की संख्या में संक्रमित लोग जिंदगी की आस में अब भी इस महामारी से जंग लड़ रहे हैं. क्योंकि उम्मीद पर दुनिया कायम है, शायद यही वजह है कि कई लोगों ने इस बिमारी को मात भी और ठीक होकर अपने घर लौट आए हैं. लेकिन भारत में कई लोग ऐसे हैं जो डर और शंका के कारण ख़ुदकुशी की राह को चुन रहे हैं. एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा जिले (Banda District) से एक ऐसी ही खबर सामने आई है. जहां पर एक शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित होने के डर से आत्महत्या कर ली.

कोरोना के डर से आत्महत्या / प्रतीकात्मक तस्वीर ( फोटो क्रेडिट- IANS)

कोरोना वायरस (Coronavirus) लगातार लोगों की जिंदगियां निगल रहा है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से अब तक हजारों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं लाखों की संख्या में संक्रमित लोग जिंदगी की आस में अब भी इस महामारी से जंग लड़ रहे हैं. क्योंकि उम्मीद पर दुनिया कायम है, शायद यही वजह है कि कई लोगों ने इस बिमारी को मात भी और ठीक होकर अपने घर लौट आए हैं. लेकिन भारत में कई लोग ऐसे हैं जो डर और शंका के कारण ख़ुदकुशी की राह को चुन रहे हैं. एक बार फिर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा जिले (Banda District) से एक ऐसी ही खबर सामने आई है. जहां पर एक शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित होने के डर से आत्महत्या कर ली.

दरअसल मामाल बांदा के जमालपुर का है. जहां पर 35 साल के एक शख्स ने सर्दी और खांसी के कारण अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. मृतक राजेन्द्र कुमार हमीरपुर जिले के चिल्ली गांव के रहने वाला था. राजेंद्र ने अपने ससुराल में पंखे के हुक से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उसका शव उसके ससुराल वालों को सौंप दिया गया है. यह भी पढ़ें:- कोरोना वायरस का खौफ: सहारनपुर के नकुर थाना क्षेत्र में COVID-19 के डर से एक सरकारी कर्मचारी ने की खुदकुशी.

खबरों के मुताबिक राजेंद्र दिल्ली में रहकर राजमिस्त्री का काम करता था और वह बंद घोषित होने से पहले अपने साले की शादी में यहां आया था. वह कुछ दिनों से जुकाम, खासी और मामूली बुखार से पीड़ित था. जहां कुछ लोगों ने उसे कोरोना वायरस से संक्रमित बताया और उसके बाद राजेंद्र घबरा गया और एक कमरे में अकेले रहने लगा. वहीं परिवार के लोगों ने भी उदासीन रवैया दिखाना शुरू कर दिया था. जिसके बाद राजेंद्र ने कमरे में लगे पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली.

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