CBI अधिकारी बनने के लिए दिए 16 लाख रुपये, नहीं हुआ अपॉइंटमेंट तो पैसे लेनेवाले को किया किडनैप
मुरादाबाद में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. कुछ युवकों ने सीबीआई अधिकारी बनने के लिए 16 लाख रुपये देने के बाद भी जब कुछ नहीं बन सके तो पैसे लेने वालों का अपहरण कर फिरौती के रूप में लाखों रुपये की मांग करने लगे.
मुरादाबाद: मुरादाबाद में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. कुछ युवकों ने सीबीआई अधिकारी बनने के लिए 16 लाख रुपये देने के बाद भी जब कुछ नहीं बन सके तो पैसे लेने वालों का अपहरण कर फिरौती के रूप में लाखों रुपये की मांग करने लगे. किडनैप की सूचना जब पुलिस को मिली तो मात्र नौ घंटे में ही जहां किडनैप किये गए दोनों युवक को छुड़ा लिया गया, वहीं चार किडनैपर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस को पूछताछ में जो जानकारी मिली, वह चौंकाने वाली थी. मामला जालसाजी का निकला, जिसमें किडनैप होने वाले दोनों युवकों ने किडनैपर बने लोगों से सीबीआई अधिकारी बनाने का झांसा देकर 16 लाख रुपए गबन कर लिए गए थे. कई बार अपने पैसे मांगने पर जब इन्हें पैसे नहीं मिले तो इन लोगों ने दोनों का अपहरण कर जहां जमकर यातनाएं दी. वही फिरौती के रूप में उनके परिजनों से पैसो की मांग करते रहे.
पुलिस के मुताबिक, अमरोहा के नासिर पुत्र घसीटा ने सीबीआई में नौकरी लगवाने के नाम पर रघुवीर से 16 लाख रुपये लिए थे, जिसमें सक कुछ राशि आजम को भी मिली थी. अभियुक्त रवि और रघुवीर द्वारा नौकरी न लगने पर अपने पैसे मांगे जाने लगे लेकिन दोनों ने आनाकानी करते हुए उन्हें टालते रहे.
पैसे न मिलने की उम्मीद को देखते हुए रघुवीर और रवि द्वारा अपने कुछ साथियों की मदद से नासिर और आजम का अपहरण कर पैसे वसूलने की योजना बनाई. आजम और नासिर के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद इन्हें मझोला थाना पुलिस ने छजलैट के गांव फत्तेपुर से सर्विलांस और इनपुट के आधार पर मिली सूचना के बाद अपहृत दोनों युवकों को छुड़ाने के साथ मौके से चार किडनैपर्स को पकड लिया.
एसपी सिटी अंकित मित्तल ने आज बताया कि अपहरण कांड में अपहृत आजम और नासिर को मझोला पुलिस ने रविवार शाम को छुड़ा लिया है. वहीं किडनैपर रवि सैनी, यादराम, अंगद और प्रहलाद को गिरफ्तार किया है. दो अन्य लोग मौके से फरार हो गए हैं उनकी तलाश में टीम दबिश दे रही है. अपहरण मामले में सामने आये अन्य तथ्यों की जाँच पुलिस द्वारा की जा रही है.