लखनऊ: सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद देशभर के पंचायतो द्वारा अजीबोगरीब फैसले सुनाने का सिलसिला जारी है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिलें से सामने आया है. जहां की एक पंचायत ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला फैसला सुनाया है. जानकारी के मुताबिक पंचायत ने एक तलाक पीड़िता को 15-15 दिन दो शौहर के साथ बिताने का फरमान सुनाया.
मीडिया रिपोर्ट्स की खबर के अनुसार, अर्शी नाम की एक महिला ने साल 2012 में बहेड़ी के लईक से निकाह किया. महिला के मुताबिक तीन साल बाद देहज नहीं देने पर लईक ने तलाक दे दिया और घर से निकाल दिया. इस दौरान दोनों को एक बेटा भी हुआ था. जिसे लेकर महिला अपने मायके आ गई. और वहीं रहने लगी. साल 2017 में महिला ने दूसरी शादी कर ली. सबकुछ भूलकर महिला ने नई जिंदगी शुरू ही की थी इस बीच लईक ने उससे उसका बच्चा छीन लिया.
पीड़िता के मुताबिक उसने अपने बच्चे को वापस पाने के लिए पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई. लेकिन कोई कार्यवाई नहीं की गई. इस बीच मामला पंचायत के पास पहुंचा. जहां पंचायत ने पंचों ने अर्शी को 15-15 दिन दोनों शौहर के साथ रहने का आदेश दिया. जिसे पीड़िता ने माननें से साफ़ इंकार कर दिया.
अर्शी ने कहा, 'मैं औरत हूं कोई सामान नहीं जो बांट दिया मुझे.' वहीं पीड़िता का आरोप है की अब उसका पहला पति लईक तलाक देने की बात से भी मुकर रहा है. इसके अलावा उसके खिलाफ ही पुलिस में केस दर्ज करावा दिया. इस मामलें में कार्रवाई के लिए महिला कई बार जिला एसएसपी से भी मिल चुकी है.