उत्तर प्रदेश: यूपी के चित्रकूट में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह यहां के जिला अस्पताल (Chitrakoot District Hospital) का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उनके सामने ही डॉक्टर एक महिला के शव का इलाज करते रहे. डॉक्टरों ने मंत्री (Minister Jaiveer Singh) को इस बात की भनक तक नहीं लगने दी की जिस महिला का इलाज किया जा रहा है उसने पहले ही दम तोड़ दिया है. जब मंत्री बाहर निकले तो स्थानीय महिला ने इस घटनाक्रम के बारे में उन्हें जानकारी दी. इस घोर लापरवाही की सूचना पर मंत्री जयवीर दोबारा सिंहदोबारा बेड तक पहुंचे और सच्चाई जानने के लिए जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं. Bengal: रेप-हत्याकांड: तृणमूल नेता ने की सबूत मिटाने की कोशिश, बेटे पर है बलात्कार का आरोप
पर्यटन-संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह दो दिवसीय दौरे पर चित्रकूट पहुंचे. मंत्री जब अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे तो चित्रकूट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश त्रिपाठी ने मृतक महिला की जांच की. इसके बाद मंत्री के हाथों उसकी तीमारदार को फल भी वितरित करवा दिए.
मुर्दे का इलाज और ज़िंदा को रिफर करने वाले चित्रकूट के जिला चिकित्सालय का देखिये हाल। मंत्री जयवीर सिंह ने मृत महिला को फल बाटे। है न अजब ग़ज़ब स्वास्थ्य विभाग की लीला। आनन फानन में सीएमओ ने दिखाई ज़िम्मेदारी। @CMOfficeUP @MoHFW_INDIA @WHO @NandiGuptaBJP @RKSINGHPATEL4 pic.twitter.com/u49bzzDX5w
— Ziaul Haque (@ZiaulHaqTv9) May 1, 2022
शव का इलाज करने वाले डॉक्टर्स की पोल उस समय खुली, जब चित्रकूट की जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती ने डॉक्टर्स के इस करतूत की जानकारी प्रभारी मंत्री को दी. मंत्री दोबारा उस कक्ष में पहुंचे और डॉक्टर्स से पूछताछ करने लगे. पोल खुलता देख स्वास्थ्य विभाग की सांसें अटक गईं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश त्रिपाठी पहले तो महिला की मौत से इनकार करते रहे और मृतक के सीने को दबाकर उसकी सांसें दोबारा लौटाने की कोशिस करते रहे. लेकिन दो-तीन मिनट के बाद उन्होंने महिला को मृत घोषित कर दिया.
डॉक्टर्स की लापरवाही पर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी व्यक्त की और चित्रकूट के जिलाधिकारी को पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.