लखनऊ: देश में खासकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीति में भगवान हनुमान एक राजनीति का विषय बने हुए हैं. कोई अब तक हनुमान जी को दलित बता रहा था तो कोई मुसलामन. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता विनीत अग्रवाल शारदा (Vineet Agarwal Sharda) ने तो दो कदम आगे निकल गए. उन्होंने भगवान श्रीराम (Shri Ram) और हनुमान (Hanuman) को वैश्य समाज का बता दिया है. विनीत अग्रवाल का कहना है कि भगवान श्री राम और हनुमान दोनों ही वैश्य समाज से हैं.
बता दें कि विनीत अग्रवाल अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. वे इस तरह से विवादित बयान इसके पहले भी देने को लेकर सुर्खियों में रहें हैं. उन्होंने श्री राम और हनुमान पर बयान देने के बाद राम मंदिर निर्माण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि किसने कहा कि राम मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा वहां, तो लगातार राम मंदिर का काम चल रहा है. जल्द ही भगवान श्रीराम तंबू से निकल कर अपने भव्य मंदिर में रहेंगे. यह भी पढ़े: हनुमान जी को दलित बताए जाने पर CM योगी के खिलाफ भड़के इस समाज के लोग, बजरंगबली के मंदिर पर किया कब्जा
इन नेताओं ने हनुमान जी के जाति पर दें चुकें हैं बयान
दरअसल उत्तर प्रदेश के सीए योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के अलवर में एक रैली के दौरान हनुमान जी को दलित बता दिया था. इसके बाद केद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा था कि हनुमान आर्य थे. इससे बाद भारतीय जनता पार्टी से एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को मुसलमान बताया. उनका कहना था कि हनुमान जी को वे इसलिए मुसलामन कह रहें है. क्योंकि मुसलमानों के नाम ही रहमान, सुल्तान, इमरान, जीशान, रिहान जैसे होते हैं और उसी तरह हनुमान नाम भी है इसलिए मेरा मानना है कि हनुमान जी मुसलमान थे. हालांकि इस नेताओं के बयान के विरोधी पार्टीयों के नेताओं ने काफी विरोध किया था.