माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत के बाद परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि जेल में स्लो पॉइजन दिया गया. जिसकी वजह से मुख्तार अंसारी की जान गई है. मुख्तार अंसारी के मौत के बाद अब उसके बेटे अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) को भी जेल में डर सताने लगा है कि उसे भी स्लो पॉइजन देकर मार दिया जाएगा. जिसको लेकर अब्बास अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई है. यह भी पढ़े: VIDEO: मुख़्तार अंसारी के परिवार वालों से मुलाकात के बाद बोले अखिलेश यादव, मैं इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ
अब्बास अंसारी के वकील लियाकत अली ने बताया कि मुख्तार की मौत के बाद बीते 6 अप्रैल को एक मुकदमें में पेशी के दौरान अब्बास ने गाजीपुर जेल लाया गया था. जहां पर सुनवाई के दौरान अब्बास ने कोर्ट को बताया कि बताया कि कासगंज जेल में अधिकारियों की मिली भगत से उसे जहर दिया जा सकता है. अब्बास अंसारी के वकील का कहना है कि अब्बास की बात सुनने के बाद कोर्ट ने जेल प्रशासन को पत्र लिखा है. कोर्ट ने आदेश दिया है कि अब्बास के हर कार्य को सीसीटीवी कैमरे में रखा जाए और अब्बास अंसारी की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए. साथ ही कैमरे की निगरानी में उनके भोजन की जांच करवाई जाए.
अब्बास अंसारी कासगंज जेल में हैं बंद
अब्बास अंसारी आर्स्म एक्ट मामले में कासगंज जेल में बंद है. पिता की मौत के बाद जनाजे में शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी की तरफ से इलाहाबाद कोर्ट में पैरोल को लेकर याचिका दायर की गई. लेकिन पैरोल नहीं मिलने से पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो सका. जिसके बाद अब्बास ने सुप्रीम कोर्ट में पैरोल को लेकर याचिका दायर की. अब्ब्बस अंसारी की जिस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लियाऔर उसे 10 अप्रैल को तीन के लिए पैरोल मिल गई. जिसके बाद अब्बास अंसारी गाजीपुर पहुंचकर पिता मुख़्तार अंसारी के कब्र पर फातिहा पढ़ने के बाद अपने घर पहुंचा. जहां पर परिवार वालों के साथ तीन दिन बिताने के बाद वापस आज यानी 13 अप्रैल को कासगंज जेल रवाना हो गया.
28 मार्च को मुख़्तार अंसारी को दिल का दौरा पड़ने से मौत:
यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की जेल में 28 मार्च 2024 को अचानक तबियत बिगड़ गई थी. उन्हें बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वॉर्ड ले जाया गया था. लेकिन इलाज के दौरान कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत हो गई. लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि मुख़्तार अंसारी को जहर देकार मारा गया.