लखनऊ: उन्नाव रेप केस में सीबीआई के मुख्य गवाह यूनुस की संदिग्ध मौत के बाद शनिवार देर रात जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बाद यूनुस के शव को कब्र से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जहां तीन डॉक्टरों के पैनल ने यूनुस का पोस्टमार्टम किया. बता दें कि कब्र से शव निकालने का काम मुस्लिम धर्मगुरु काज़ी साहब की देख-रेख में किया गया. यूनुस के परिजन लगातार इसका विरोध कर रहे थे. यूनुस के भाई मोहम्मद ने कहा था, 'प्रशासन हम पर दबाव बना रहा है. हम नहीं चाहते कि कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए.
बता दें कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने यूनुस के परिजनों से मुलाकात की थी और उनसे पोस्टमार्टम के लिए शव निकालने की अनुमति मांगी थी. जिस पर यूनुस के परिजनों का कहना था पुलिस यह मानने को क्यों तैयार नही है कि यूनुस कि मौत घर पर सामान्य परिस्थितियों में हुई थी, और सभी परिजनों द्वारा युनुस का जनाजा इस्लामी मजहब द्वारा किया गया है, और इस तरह कब्र से शव निकालना शरियत के खिलाफ है. यूनुस के मौत में कुछ भी रहस्य नही है.
इसके बाद यूनुस के परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के लिए लखनऊ पहुंचे, जहां सीएम योगी से मुलाकात नहीं होने पर नाराज परिजनों ने आत्मदाह का प्रयास किया. सीएम आवास पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने यूनुस के परिजनों को हिरासत में लेकर हजरतगंज कोतवाली ले गई. लखनऊ में इस पूरे घटनाक्रम के बीच ही पुलिस और उन्नाव जिला प्रशासन ने जांच के लिए शनिवार देर रात मुस्लिम धर्मगुरु की देखरेख में यूनुस का शव कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
Unnao rape case: Family members of the deceased witness in the case allegedly attempt to kill themselves in front of Yogi Adityanath's residence in Lucknow after they were allegedly not allowed to meet UP chief minister. All of them have been detained by the police. pic.twitter.com/2RE4sfppDQ
— ANI UP (@ANINewsUP) August 25, 2018
सीबीआई के मुख्य गवाह रहे यूनुस का पोस्टमार्टम करने वाले डाॅक्टर आशुतोष ने बताया कि पोस्टमार्टम में अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है, इसके बाद उसका बिसरा सुरक्षित रख लिया गया और उसके शव को आज दोबारा दफनाने के लिए उसके गांव माखी भेजा गया है. डॉक्टर आशुतोष वाष्णेय के हवाले से कहा गया है कि बिसरा रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा.
गौरतलब है कि उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की कथित संलिप्तता वाले रेप और हत्या के मामले के एक गवाह की 23 अगस्त को कथित तौर पर बीमारी से मौत हो गई थी. यूनुस रेप पीड़िता के पिता को बीजेपी विधायक के भाई और अन्य लोगों द्वारा पीटे जाने का गवाह था.