चंडीगढ़: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिये जाने के आलोक में भारत और पाकिस्तान के मध्य उत्पन्न तनाव के बीच उन्हें दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका नहीं है.
पाकिस्तान के मंत्री की युद्ध आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तान के साथ कोई युद्ध होता नजर नहीं आ रहा है.’’ जावड़ेकर ने कहा, ‘‘मुद्दा यह है कि पाकिस्तान बेचैन है. पाकिस्तान के लोग क्या कहते हैं, उस पर कोई प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता नहीं है. पूरी दूनिया में उनका उपहास किया जा रहा है.’’
संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लिये जाने पर टिप्पणी करते हुए, जावड़ेकर ने कहा कि पिछले महीने से घाटी में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है और यही इसका साक्ष्य है कि लोगों ने इसका स्वागत किया है.’’
शहर में भाजपा के महासंपर्क अभियान के दौरान जावड़ेकर ने महान एथलीट मिल्खा सिंह, पूर्व सेना प्रमुख वी पी मलिक और उद्योगपति आर के साबू से मुलाकात की . इस दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन भी मौजूद थे.
केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि विशेष दर्जे के कारण पिछले 70 साल से जम्मू कश्मीर विकास से वंचित रहा. उन्होंने कहा, ‘‘देश में पिछले 70 सालों से चलाये जा रहे विकास कार्यक्रमों से जम्मू कश्मीर की आवाम वंचित रही है.’’ मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण केंद्र सरकार की ओर से शुरू किये जाने वाले कार्यक्रमों का लाभ वहां के लोग नहीं ले पाते थे.
उन्होंने कहा कि यह निर्णय अब उन्हें ‘मुख्यधारा’ और प्रगति के लिए ‘खुले’ रास्ते पर लाएगा. उन्होंने कहा कि पहले लोग अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाई जा रही योजनाओं से वंचित थे. जावड़ेकर ने कहा, ‘‘अब, उन्हें देश के अन्य नागरिकों के साथ उसी तरह से इन योजनाओं का लाभ मिलेगा.’’