ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल 5वें दिन भी जारी, आम आदमी की बढ़ेगी मुश्किलें.. 1000 करोड़ का हुआ नुकसान
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने डीजल को माल एवं सेवा कर GST के दायरे में लाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है.
नई दिल्ली: ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर की देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल मंगलवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर चुकी है. ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल जारी होने के कारण आम व केले के अलावा प्याज, नींबू, अदरक की सप्लाई बंद होने से इनके भाव आसमान छू सकते हैं. हालांकि इसको लेकर अबतक औपचारिक खबर सामने नहीं आयी है. . इस हड़ताल के चलते आनेवाले दिन में आम आदमी को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने डीजल को माल एवं सेवा कर GST के दायरे में लाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर इस हड़ताल का आह्वान किया है.
ये हैं ट्रांसपोर्टर यूनियन की मुख्य मांगें-
-डीजल की कीमतें कम हो.
-टोल प्लाजा पर बैरियर बंद हो.
-राष्ट्रीय स्तर पर समान मूल्य निर्धारित हो.
-ट्रांसपोर्टरों पर टीडीएस खत्म हो.
-थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी की छूट हो.
#हिमाचल में 80 हजार ट्रकों के पहिये थमे.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के भी 80 हजार से ज्यादा ट्रक ऑपरेटर 5 दिन से हड़ताल पर हैं. औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में इसका सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है. क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर फैक्ट्रियां हैं. कच्चा माल पंजाब-हरियाणा चंडीगढ़-जम्मू-दिल्ली और अन्य राज्यों से आता-जाता है. दावा किया जा रहा है कि हड़ताल से अब तक 1000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. 30 फ़ीसदी उद्योग बंद हो चुके हैं.