त्रिपुरा राज्यपाल की लोगों से अपील, राज्य को 'नशा-मुक्त' बनाने के लिए ड्रग तस्करों का बहिष्कार करें
त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी नल्लू ने शुक्रवार को लोगों से अपील की कि वे ड्रग्स तस्करों, ड्रग्स के खतरों से जुड़े लोगों का बहिष्कार करें और राज्य को 'ड्रग-मुक्त' बनाएं.
अगरतला, 26 जनवरी : त्रिपुरा के राज्यपाल इंद्र सेना रेड्डी नल्लू ने शुक्रवार को लोगों से अपील की कि वे ड्रग्स तस्करों, ड्रग्स के खतरों से जुड़े लोगों का बहिष्कार करें और राज्य को 'ड्रग-मुक्त' बनाएं. असम राइफल्स मैदान में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए राज्यपाल ने कहा कि बाल विवाह रोका जाना चाहिए और विभाजनकारी ताकतों का समाज द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिए.
मिजोरम से त्रिपुरा में रियांग आदिवासी प्रवासियों के स्थायी पुनर्वास के लिए 16 जनवरी 2020 को हस्ताक्षरित चतुर्पक्षीय समझौते के अनुपालन में 6,959 विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में 12 स्थानों की पहचान की गई है. सभी आदिवासी लोग उन स्थानों पर सफलतापूर्वक स्थानांतरित हो गए हैं. राज्यपाल ने कहा कि त्रिपुरा सरकार ने पिछले साल मई से पेपर मुक्त कार्यों को हरित बनाने के उद्देश्य से मिशन मोड पर ई-ऑफिस को सक्रिय रूप से लागू किया है. यह भी पढ़ें : Republic Day Celebration: तेलंगाना में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान बिजली का झटका लगने से दो की मौत
राज्यपाल ने कहा कि त्रिपुरा के स्वादिष्ट 'क्वीन किस्म' के अनानास को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जुड़ने के बाद दुबई और कतर में निर्यात किया जा रहा है. पिछले साल तक राज्य के बाहर व्यापार किए जाने वाले अनानास की कुल मात्रा लगभग 12,555 मीट्रिक टन थी. अनानास के अलावा, कटहल, वुड-एप्पल, इमली, अदरक सहित अन्य उत्पादों को बांग्लादेश, ब्रिटेन, जर्मनी, दुबई और अन्य देशों में निर्यात किया गया है.
इसके अलावा राज्यपाल ने कहा कि त्रिपुरा बांस उद्योग संसाधनों से समृद्ध है और राज्य में 21 प्रजातियां उपलब्ध हैं. राज्य को 2011 तक देश के अगरबत्ती उद्योग की 75 प्रतिशत हस्तनिर्मित अगरबत्ती स्टिक की आपूर्ति करने का गौरव प्राप्त था. राज्यपाल ने बताया कि केरल के बाद त्रिपुरा देश में प्राकृतिक रबर का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, जिसका वर्तमान उत्पादन लगभग 90,712 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है. राज्य के अन्य जगहों पर भी गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया.