भोपाल, 3 सितम्बर : इंदौर में पुलिस हिरासत में 19 वर्षीय आदिवासी युवक की पुलिस हिरासत में मौत के बाद एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. पुलिस ने शनिवार के कहा है. मृतक की पहचान इंदौर के मानपुर क्षेत्र के गिट्टीफोड़ा निवासी अर्जुन सिंगारे के रूप में हुई है. सिंगारे को शुक्रवार देर रात मानपुर से डकैती और अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने दावा किया कि डकैती के अलावा सिंगारे दो अन्य मामलों में भी आरोपी है.
पुलिस ने कहा, "उसे मानपुर में उसके घर से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. हालांकि, उसकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई." हालांकि, मृतक के परिजनों ने पुलिस के दावों का खंडन किया और उन पर थाने में युवक के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया, जिससे उसकी मौत हो गई. सिंगारे की मौत से नाराज उनके परिवार के सदस्यों ने आदिवासियों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और परिवार के एक सदस्य के लिए मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग को लेकर थाने के सामने आगरा-मुंबई राजमार्ग को जाम कर दिया. यह भी पढ़ें : भाजपा में चुनाव नहीं होते, उसके नेता सिर्फ ‘लोकतंत्र का मुखौटा’ पहनते हैं: अशोक गहलोत
बाद में, एसपी (ग्रामीण) भागवत सिंह विरदे ने मामले को संभालने वाले पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया और मामले की न्यायिक जांच की भी सिफारिश की. वीरडे द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया, "शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जिला सत्र अदालत से मामले की न्यायिक जांच का अनुरोध किया गया है." आदेश में कहा गया है कि एसआई कमल उइके, एएसआई देवेश वर्मा और निर्भय सिंह और कांस्टेबल गजराज और सोनबीर को निलंबित कर दिया गया है और जांच लंबित रहने तक उन्हें महू पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया है.