नई दिल्ली: मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन टीवी 1 फरवरी से देखना आम जनता के लिए भारी पड़ रहा है. इस बीच भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा है की फिलहाल लोगों को बढे कीमत पर चैनल देखने को मिल रहे है लेकिन तीन महीनों में कीमतों में गिरावट हो सकती है. जिससे जनता को कीमतों में राहत मिलेगा.
ट्राई के सचिव एस के गुप्ता ने कहा कि अगले तीन महीनों में चैनलों के मूल्य में कमी आएगी, जिससे उपभोक्ताओं को बिल कम होगा. गुप्ता ने इसके पीछे चैनलों के बीच बढती प्रतिस्पर्धा को बताया है. जिसकी वजह से अधिक ग्राहक जोड़ने के चक्कर में चैनल अपनी कीमत में कमी करेंगे.
वहीं ट्राई के चेयरमैन आर.एस.शर्मा ने कहा कि हमने नई व्यवस्था में उपभोक्ताओं को विकल्प दिया है. उनकी स्वतंत्रता में दखल देना नियामकीय रूपरेखा का उल्लंघन है.
गौरतलब हो कि नई केबल प्रसारण की व्यवस्था के लागू होने से पहले ट्राई ने दावा किया था कि इससे टीवी देखना सस्ता हो जाएगा. लेकिन अब ट्राई का दावा गलत साबित हो रहा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पुरानी कीमतों से तुलना करने पर लोगों जहां पहले उतने ही चिनल के लिए 230-240 रुपये देने पड़ते थे वो अब 25 फीसदी तक बढ़कर 300 रुपये प्रति माह हो गए है. वहीं गांव के लोगों को इसके लिए 400 रुपये से ज्यादा की कीमत चुकानी पड़ रही है.