ग्रीन क्रैकर्स की आड़ में खुलेआम बिक रहे पारंपरिक पटाखे, सरकारी आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां; जानें Delhi-NCR में कैसे मनाई जा रही दिवाली?
Delhi NCR green crackers news

Delhi NCR Green Crackers News: इस दिवाली, दिल्ली-एनसीआर के बाज़ारों में पहले जैसी रौनक लौट आई है. सड़कें और गलियां पटाखों की दुकानों से सजी हैं, खरीदार मोलभाव कर रहे हैं और बच्चे रंग-बिरंगी फुलझड़ियां ढूंढ़ रहे हैं. लेकिन इस उत्साह के बीच, सच्चाई यह है कि प्रतिबंधित पारंपरिक पटाखे भी "ग्रीन पटाखों (Green Firecrackers)" की आड़ में खुलेआम बिक रहे हैं. TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर दुकानें असली ग्रीन पटाखे नहीं, बल्कि नकली लेबल और नकली QR Code वाले पटाखे बेच रहे हैं. पुरानी दिल्ली के Sadar Bazaar, Dariba Kalan, Lajpat Rai Market और Bhagirath Palace जैसे इलाकों में पटाखों की कालाबाजारी हो रही है.

कुछ दुकानदार कोड वर्ड का इस्तेमाल करते देखे गए—जैसे "कुछ छोटी वाली" यानी छोटे ग्रीन पटाखे और "बड़ा वाला" यानी पारंपरिक बम या रॉकेट.

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दिल्ली सरकार ने क्या आदेश दिया है?

बता दें, दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने ग्रीन पटाखे बेचने के लिए 168 दुकानों को लाइसेंस दिया है, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति अलग है. कई विक्रेता दावा करते हैं कि उनके सभी उत्पाद "ग्रीन" हैं, जबकि असल में वे पुराना स्टॉक बेच रहे हैं. सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में ऑर्डर लिए जा रहे हैं और सीधे घरों तक डिलीवरी (Online Delivery) की जा रही है.

नोएडा-गाजियाबाद में भी गोरखधंधा

नोएडा के अट्टा मार्केट (Atta Market, Noida) में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला. गाजियाबाद के Indirapuram और Makanpur में सड़क किनारे की दुकानों पर खुलेआम पुराने पटाखे बिक रहे थे. इस बीच, नोएडा और गाजियाबाद के रामलीला मैदान, जिन्हें वैध बिक्री क्षेत्र घोषित किया गया था, शाम तक खाली रहे.

गुरुग्राम में भी बेजे जा रहे फर्जी पटाखे

Gurugram में भी यही स्थिति रही. सेक्टर 46, पालम विहार और पुराने गुड़गांव के दुकानदार चोरी-छिपे बिना लाइसेंस के पटाखे बेचते पाए गए. जिला प्रशासन ने कहा है कि अगर ग्रीन पटाखों के अलावा कुछ और बेचा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

व्यापारियों का कहना है कि अचानक मिली अनुमति के कारण कई लोग कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए, इसलिए कुछ ने अपना पुराना स्टॉक बेच दिया.