मथुरा, 28 फरवरी : यमुना के गंभीर जल प्रदूषण (Water Pollution) को रेखांकित करते हुए, देश के तीन प्रमुख हिंदू संतों ने शनिवार को संकल्प लिया कि वे वर्तमान में चल रहे वृंदावन कुंभ (Vrindavan Kumbh) के दौरान बाकी 'शाही स्नान’ में तब तक भाग नहीं लेंगे, जब तक कि नदी का पानी साफ नहीं हो जाता.
अयोध्या स्थित महा निर्वाणी अखाड़ा के प्रमुख महंत धर्मदास ने शेष तीन शुभ दिनों- 9, 13 और 25 मार्च को नदी में "शाही स्नान" का बहिष्कार करने की घोषणा की. उन्होंने आगामी कुंभ मेले के लिए भी ऐसी घोषणाएं कीं. महंत धर्मदास ने दो अन्य वैष्णवी अखाड़ों- महा निर्मोही और महा दिगंबर अखाड़ा के प्रमुखों की उपस्थिति में यह घोषणा की. यह भी पढ़ें : West Bengal: पश्चिम बंगाल में फिर बन सकती है ममता सरकार, बीजेपी का प्रदर्शन भी अच्छा: सर्वे
महंत धर्मदास ने कहा, "अगले 'शाही स्नान' में, हम यमुना में पवित्र डुबकी तभी लगाएंगे, जब पानी साफ होगा." दो अन्य अखाड़ों के प्रमुखों ने इस पर सहमति व्यक्त की.