Delhi: बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने वाले नाबालिग भाई पर चाकू से हमला, 3 आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली के कालकाजी इलाके में बहन का कथित तौर पर पीछा करने और ‘अभद्र टिप्पणी’ करने का विरोध करने पर तीन लड़कों ने उसके नाबालिग भाई की पिटाई की और चाकू मार दिया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी .
नयी दिल्ली, 28 फरवरी : दिल्ली (Delhi ) के कालकाजी इलाके (Kalkaji area) में बहन का कथित तौर पर पीछा करने और ‘अभद्र टिप्पणी’ करने का विरोध करने पर तीन लड़कों ने उसके नाबालिग भाई की पिटाई की और चाकू मार दिया. पुलिस ने इसकी जानकारी दी . पुलिस ने बताया कि इस संबंध में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनकी पहचान किशन (20), जीशान (18) एवं रितिक (18) के रूप में की गयी है . ये तीनों गोविंदपुरी के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि इनके अलावा मामले में दो किशोरों को भी पकड़ा गया है . पुलिस ने शनिवार को बताया कि घटना शुक्रवार को एक स्कूल के नजदीक हुई और घायल लड़का कालकाजी का रहने वाला है एवं उसे एम्स (AIIMS) के ट्रामा सेंटर (Trauma center) में भर्ती कराया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित की बहन ने अपने बयान में कहा कि वह अपने 17 वर्षीय भाई के साथ आ रही थी तभी तीन लड़कों ने उनका पीछा किया और आपत्तिजनक टिप्पणी की.
लड़की के अनुसार, जब उसके भाई ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उसकी पिटाई की और एक लड़के ने उसके पेट में चाकू मार दिया. इसके बाद वे फरार हो गए. अधिकारी ने बताया कि पीड़ित को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है. वह अभी बयान दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पूर्व दिल्ली) आरपी मीणा ने बताया, ‘‘हमने मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या की कोशिश), 354(डी) पीछा करना, 509 (शब्दों, भाव भंगिमाओं ने महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाना) और 34 (एक उद्देश्य से कई लोगों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है.’’ उन्होंने बताया, ‘‘तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और दो किशोरों को इस मामले में पकड़ा गया है .’’ यह भी पढ़ें : जैश-उल-हिंद ने ली मुकेश अंबानी के बंगले के बाहर विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी, कहा- रोक सकते हो तो रोको
पुलिस ने बताया कि पीड़ित के पिता आईसक्रीम की दूकान चलाते हैं . उन्होंने बताया कि पकड़ा गया एक किशोर और पीड़ित एक ही स्कूल में पढ़ते हैं . इस बीच दिल्ली महिला आयोग ने कहा है कि इसने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर इस घटना के संबंध में तीन मार्च तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू ने ट्वीट किया कि उन्होंने पीड़ित परिवार से एम्स में मुलाकात की और राजधानी की खराब होती कानून व्यवस्था पर चिंता जतायी.