Mumbai Barfiwala-Gokhale Bridge : अंधेरी मुंबई का एक महत्वपूर्ण उपनगर है. अंधेरी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने वाले गोखले ब्रिज की असफलता के कारण प्रशासन को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी. वहीं, इस इलाके में ट्रैफिक जाम के कारण आम मुंबईकरों को रोजाना परेशानी उठानी पड़ती थी. लेकिन अब गुरुवार से मुंबईकरों को इससे राहत मिल जाएगी. अंधेरी से सी. डी बर्फीवाला फ्लाईओवर और गोपालकृष्ण गोखले पुल के बीच लेन को जोड़ने के लिए सभी संरचनात्मक कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. लेन गुरुवार 4 जुलाई शाम 5 बजे खोली जाएगी.
अंधेरी पूर्व और पश्चिम यात्रा के लिए सी. डी मुंबई महानगर पालिका ने बर्फीवाला फ्लाईओवर को आंशिक रूप से उठाने और दोनों पुलों को जोड़ने के लिए हाइड्रोलिक जैक और 'एमएस स्टूल पैकिंग' का उपयोग करके इसे गोपालकृष्ण गोखले फ्लाईओवर के साथ समानांतर ऊंचाई पर जोड़ने का चुनौतीपूर्ण कार्य 78 दिनों में पूरा कर लिया है. ये भी पढ़े :UlhasNagar Birthday Boy Murder: बर्थडे में शराब को लेकर दोस्तों में हुआ विवाद,मारपीट होने पर बर्थडे बॉय को ही फेंका चौथी मंजिल से नीचे, लड़के की हुई मौत, उल्हासनगर के चिंचपाडा की घटना
इस संबंध में सभी टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट ने महानगर पालिका को प्रमाण पत्र दिया है कि इस लेन पर यातायात शुरू करने में कोई आपत्ति नहीं है. उसके बाद यातायात प्रबंधन से संबंधित कार्यों और टेस्ट के बाद गुरुवार शाम से जुहू की ओर जाने वाली लेन को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा, जिससे पश्चिम-पूर्व से अंधेरी तक जाने का विकल्प मिलेगा.
रेलवे क्षेत्र में फिलहाल गोपालकृष्ण गोखले ब्रिज के दूसरे चरण का काम चल रहा है. तो वही सी. डी बर्फीवाला और गोखले पुल पर केवल हल्के वाहनों को प्रवेश की अनुमति है. भारी वाहनों के लिए ऊंचाई अवरोधक लगाए गए हैं. दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद यहां भारी वाहनों को प्रवेश दिया जाएगा.
सी. डी. बर्फीवाला पुल के लिए लगाया गया अस्थायी जैक सपोर्ट हटा दिया गया है. इसलिए पुल विभाग ने जानकारी दी है कि बर्फीवाला पुल पूरी तरह से खंभों पर टिका हुआ है और अच्छी स्थिति में है. साथ ही, मुंबई महानगर पालिका ने स्पष्ट किया है कि पुल को P11 पिलर पर जिस स्थान पर उठाया गया है, वहां मजबूत सपोर्ट दिया गया है, जिसका मतलब है कि पुल को कोई अस्थायी सपोर्ट नहीं दिया गया है.