हैदराबाद, 25 सितंबर : तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के एक ड्राइवर ने कथित तौर पर अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित करने बाद खुदकुशी कर ली. हैदराबाद के पास रंगारेड्डी जिले के चेवेल्ला मंडल (ब्लॉक) के केसाराम गांव के रहने वाले 38 वर्षिय पी. अशोक ने उस वक्त फांसी लगा ली जब घर में कोई नहीं था.
अशोक ने शनिवार को अपनी पत्नी लावण्या को एक खेत के पास छोड़ने के बाद ये कदम उठाया, जहां वह एक खेतिहर मजदूर के रूप में काम कर रही थी. कुछ समय बाद उसने उसे फोन किया कि, वह अपना जीवन समाप्त कर रहा है और उसे अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए कहा. लावण्या दौड़कर घर पहुंची लेकिन तब तक अशोक ने फांसी लगा ली थी. लावण्या ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि, उसने टीएसआरटीसी अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न के कारण यह कदम उठाया. यह भी पढ़ें : असम में 2011 से अब तक पांच हजार से ज्यादा उग्रवादी गिरफ्तार, पर केवल एक का दोष सिद्ध
अशोक टीएसआरटीसी की एक कार्गो बस के ड्राइवर के रूप में कार्यरत था. जिस बस को वह चला रहा था, उसे क्षतिग्रस्त होने के बाद, अधिकारियों ने उसे ड्राइविंग ड्यूटी से हटा दिया था और सजा के रूप में उसे रात के समय डिपो में पाकिर्ंग ड्यूटी पर तैनात कर दिया था. साथ ही कुछ पैसे देने के लिए भी कहा था. हालांकि, टीएसआरटीसी के अधिकारियों ने ड्राइवर को परेशान करने से इनकार किया. मेहदीपट्टनम डिपो के प्रबंधक सूर्यनारायण ने कहा कि, अशोक 21 सितंबर को अपनी ड्यूटी के बाद घर गया था और अगले दिन उसकी साप्ताहिक छुट्टी थी. बस के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिलने के बाद डिपो प्रबंधक ने 23 सितंबर को उसे पाकिर्ंग में नाइट ड्यूटी सौंपी.