हर साल हजारों लोग डेंगू (Dengue) की बीमारी से अपनी जान गवां देते हैं. साधारण बुखार और डेंगू के लक्षण एक जैसे होते हैं. इसलिए इनमें अंतर को लोग समझ नहीं पाते हैं. जब तक समझते हैं तब वो इस बीमारी से चपेट में आ जाते हैं. अगर डेंगू के इलाज में देरी होती हा तो परिणाम घातक साबित होते हैं. एक ऐसा ही दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां एक हंसता खेलता परिवार डेंगू की चपेट में आने से खत्म हो गया. इस परिवार में सिर्फ के नवजात बच्चा ही बचा. मामला तेलंगाना (Telangana) के मंचेयिरयल जिले का है. जहां पर सिर्फ 15 दिनों के भीतर एक पूरा परिवार खत्म हो गया. सबसे पहले बेटा फिर पिता और उसके बाद बेटी और अंत में बहू की मौत हो गई.
डेंगू ने सबसे पहले जी. राजगट्टू ( Rajagattu) को डेंगू ने अपने चपेट में लिया. जिसके बाद इलाज के लिए वे करीमनगर में परिवार के साथ आकर रहने लगे. इस दौरान उन्होंने उन्होंने एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज शुरू करवाया. लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत गई. फिर उसके बाद जो मौत का सिलसिला शुरू हुआ और पूरे परिवार को निगल गया. जी. राज कुट्टी के बाद उनके दादा जो 70 साल के थे उनका निधन हो गया. उसके बाद उनकी 6 साल की बेटी का निधन हो गया. अंत में परिवार में जी राजगटटू की पत्नी का हुआ जिन्होंने कुछ दिन पहले ही एक बेटे को जन्म दिया था.
इन राज्यों में भी है डेंगू का प्रकोप
बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक डेंगू के 3950 और चिकनगुनिया के 351 मरीज पाए गए हैं. वहीं बगल के राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले चार दिनों में डेंगू के 61 मामले सामने आए हैं. इसके आलावा दिल्ली में इस साल डेंगू के 830 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें से 189 मामले अकेले पिछले हफ्ते सामने आए.