देश के लिए जान भी देने को तैयार तेज प्रताप यादव! बोले- मेरी पायलट की ट्रेनिंग भारत मां के नाम

Tej Pratap Yadav Pilot Training: भारत ने पाकिस्तान में घुसकर पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया है. भारतीय सेना ने बुधवार तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इस कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेज प्रताप यादव ने भी अपने पायलट प्रशिक्षण का जिक्र कर देशसेवा की इच्छा जताई है.

तेज प्रताप यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी पायलट की ड्रेस वाली तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "पायलट की ट्रेनिंग अगर देश के काम आ सकती है तो, मैं तेज प्रताप यादव हर समय देश की सेवा के लिए तत्पर हूं. मैंने भी पायलट की ट्रेनिंग ली है और देश के लिए मेरी जान भी चली जाए तो अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा. जय हिंद."

तेज प्रताप यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देशवासी सेना की इस बहादुरी पर गर्व महसूस कर रहे हैं. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने यह दिखा दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति बिल्कुल स्पष्ट और कठोर है. साथ ही, देश के राजनीतिक नेतृत्व से लेकर आम नागरिक तक, सभी की भावनाएं एक सुर में भारतीय सेना के साथ हैं.

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6-7 मई 2025 की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किए गए एक सैन्य हवाई अभियान का कोडनेम है. इसका उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट करना था, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की योजना बनाई जाती थी. यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे. हमले में आतंकियों ने हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे कई महिलाओं का सुहाग उजड़ा, इसलिए ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया, जो सुहाग का प्रतीक है.

मुख्य बिंदु

लक्ष्य: 9 आतंकी ठिकाने (4 पाकिस्तान में, 5 पीओके में), जैसे बहावलपुर, मुजफ्फराबाद, कोटली आदि.

हथियार: भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों से SCALP मिसाइलें और AASM हैमर बमों का इस्तेमाल किया. कुल 24 मिसाइलें दागी गईं.

परिणाम: 70-90 आतंकी मारे गए, जिसमें लश्कर और जैश के कमांडर शामिल. पाकिस्तान ने दावा किया कि नागरिक क्षेत्रों (जैसे मस्जिदों) को निशाना बनाया गया और 26 नागरिक मारे गए.

भारत का रुख: कार्रवाई सटीक, संतुलित और गैर-उत्तेजक थी; कोई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाना निशाना नहीं बना.

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: हमलों को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी. लाहौर और सियालकोट हवाई अड्डे बंद किए गए.

यह अभियान भारत के आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक रुख को दर्शाता है, जो 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट स्ट्राइक की तर्ज पर है.

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