कोलकाता, 24 दिसम्बर : पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग का मुख्यालय विकास भवन अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच के दायरे में आ गया है, जो करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहा है. सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार को देर शाम विकास भवन में राज्य के शिक्षा मंत्री के भवन की 5वीं मंजिल पर स्थित कार्यालय की तलाशी ली. सूत्रों ने बताया कि राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के फ्लोर वाले कमरे को बख्श दिया गया, लेकिन उनके सामने वाले कमरे में लगे कंप्यूटरों को घंटों चेक किया गया.
शिक्षा मंत्री के कार्यालय के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों से भी पूछताछ की गई. बाद में, जांच अधिकारी पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीबीएसई) के कार्यालय के रिकॉर्ड स्टोर रूम में गए और वहां रखे कागजी दस्तावेजों के साथ-साथ हार्ड-डिस्क रिकॉर्ड को स्कैन किया. एक घंटे से अधिक की कार्रवाई के बाद रिकॉर्ड स्टोर रूम को सील कर दिया गया. संयोग से, डब्ल्यूबीबीएसई के पूर्व अध्यक्ष कल्याणमय गांगुली राज्य में घोटाले के सिलसिले में पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं. सीबीआई ने उनकी पहचान घोटाले के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक के रूप में भी की है. यह भी पढ़ें : Chanda Kochhar Arrested: धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी के बाद BCI ने चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को कोर्ट में पेश किया
कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय द्वारा अलग-अलग सरकारी स्कूलों में नियोजित 53 प्राथमिक शिक्षकों की सेवाओं को समाप्त करने के आदेश के कुछ ही घंटे बाद यह घटना हुई. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने इसे सिर्फ शुरूआत बताया और कहा कि अगले कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 25,000 से अधिक हो जाएगी.