मुंबई: कोरोना महामारी को लेकर पूरा महाराष्ट्र परेशान हैं. लेकिन राज्य के दो जिले मुंबई (Mumbai) और पुणे (Pune) सबसे ज्यादा इसकी चपेट में हैं. इन दोनों जिलों से सबसे ज्यादा मरीज हर दिन संक्रमित पाए जा रहे हैं. इस बीच पुणे के सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट अस्पताओं में पहले की अपेक्षा ज्यादा ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूर पड़ रह हैं. ऐसे में पुणे कलेक्टर (Pune Collectro) ने जिले में टैंकरों द्वारा पहुंचाए जा रहे टैंकरों पर एम्बुलेंस की तरफ सायरन लगाने का आदेश दिया था. ताकि चिकित्सा सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन लेकर आ रहे टैंकरों को रास्ते में ट्रैफिक और दूसरी अन्य समस्या से परेशान ना होना पड़े.
चिकित्सा सुविधाओं के लिए देश में टैंकर से ऑक्सीजन का सप्लाई होता है. लेकिन देखा जाता है कि लोग सड़कों पर एम्बुलेंस को आगे जाने के लिए रास्ता दे देते हैं. लेकिन अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन लेकर जा रही टैंकर को सड़क पर रास्ता नहीं दिया जाता है. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन लेकर जा रहे टैंकर को अब एम्बुलेंस की तरह होगा सायरन लगाना होगा. इससे इन्हें अस्पताल तक पहुंचने में समय नहीं लगेगा. यह भी पढ़े: Yerawada Jail: कोरोना वायरस से संक्रमित 2 कैदी पुणे के येरवडा जेल से फरार, मचा हड़कंप
Pune Collector passes order to provide ambulance status to tankers supplying oxygen to medical facilities in the district. Following this, there will be ambulance-like sirens on oxygen-carrying tankers to ensure fast and uninterrupted transport. #Maharashtra
— ANI (@ANI) September 12, 2020
वहीं पुणे में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर महाराष्ट्र मुख्यमंत्री अजित पवार शुक्रवार को पुणे का दौरान किया था. अपने के दौरान उन्होंने पवार ने कहा, ‘‘ विशाल अस्पतालों का सुचारू संचालन लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए जरूरी है. इसलिए कोविड-19 के मरीजों के बिस्तर की उपलब्धता और उपचार के संबंध में लापरवाही के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी.’’