तमिलनाडु के डॉक्टरों ने अस्थायी रूप से अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस लिया

तमिलनाडु में सरकार द्वारा कड़ी चेतावनी देने के बाद फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार अपनी हड़ताल अस्थाई तौर पर स्थगित कर दी है. मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने गुरुवार को कहा कि सरकार हड़ताल करने वाले डॉक्टरों के पदों को रिक्त घोषित कर देगी. इसके अलावा डॉक्टरों के समर्थन में एफओजीडीए के सदस्य भी हड़ताल पर चले गए थे.

डॉक्टरों की हड़ताल (Photo Credits: IANS)

तमिलनाडु (Tamil Nadu) में सरकार द्वारा कड़ी चेतावनी देने के बाद फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (Federation of Government Doctors Association) ने शुक्रवार अपनी हड़ताल अस्थाई तौर पर स्थगित कर दी है. मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (Edappadi K. Palaniswami) ने गुरुवार को कहा कि सरकार हड़ताल करने वाले डॉक्टरों के पदों को रिक्त घोषित कर देगी और उन्हें अन्य उम्मीदवारों से भर देगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने मान्यता प्राप्त डॉक्टर्स यूनियनों के डॉक्टरों और बिना मान्यता प्राप्त संघों के सदस्यों से बात की थी.

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सी. विजय भास्कर (C. Vijayabaskar) ने डॉक्टरों को चेतावनी दी थी कि उन्हें विरोध प्रदर्शन खत्म कर शुक्रवार को काम पर लौटना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर उन्होंने अपनी नौकरी बहाल नहीं की तो उनके पद रिक्त घोषित कर दिए जाएंगे."

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एफओजीडीए के एक अधिकारी के अनुसार, हड़ताल स्वास्थ्य मंत्री द्वारा डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह करने और मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद रद्द की गई है कि 'गरीब मरीज उनमें अपना भगवान देखते हैं.' डॉक्टर अपनी कई मांगों को लेकर पिछले सात दिनों से हड़ताल पर थे. इसके अलावा डॉक्टरों के समर्थन में एफओजीडीए के सदस्य भी हड़ताल पर चले गए थे.

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