झारखंड पुलिस ( Jharkhand Police ) ने तबरेज अंसारी (Tabrez Ansari ) मॉब लिंचिंग केस में दायर आरोपपत्र में मर्डर की धारा हटा दी है. दरअसल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार तबरेज अंसारी की मृत्यु दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ने से हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पूर्व नियोजित हत्या का मामला नहीं है. इसी के साथ पुलिस ने 11 आरोपियों पर दर्ज आईपीसी की धारा 302 के ममाले को खारिज कर दिया है. तबरेज अंसारी की मौत के बाद सूबे की सरकार के खिलाफ जमकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन हुआ था. वहीं केंद्र सरकार पर भी विपक्ष ने जमकर हमला किया था.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस ने कहा है कि वह ( तबरेज अंसारी ) की मौत घटनास्थल पर नहीं हुई है. वहीं ग्रामीणों का अंसारी को मारने का कोई इरादा नहीं था. मेडिकल रिपोर्ट में इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट तबरेज अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट को बताया गया है.
जाने क्या हुआ था तबरेज अंसारी के साथ
बता दें कि झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले (Kharsawan) में 17 जून को अंसारी पर एक भीड़ ने उस समय हमला कर दिया था जब वह अपने एक रिश्तेदार के यहां से लौट रहा था. उसे चोरी के आरोप में एक खंभे से बांधकर करीब सात घंटे तक मारा-पीटा गया और इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया. इसके बाद गंभीर रूप से घायल अंसारी को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे जेल भेजे जाने की मंजूरी दे दी.
इसके चार दिन बाद जब अंसारी की हालत और खराब हो गई तो उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत लाया हुआ बताया गया. अंसारी के सिर पर गंभीर चोटें आई थी. , जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.