
T-Series Sony Music Saregama OpenAI Copyright: भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री के प्रमुख लेबल्स, जिनमें T-Series, Saregama और Sony शामिल हैं, ने OpenAI के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर नई दिल्ली में कानूनी कार्रवाई की है. इस याचिका में आरोप लगाया गया है कि OpenAI ने एआई मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए उनके साउंड रिकॉर्डिंग्स का अनुचित उपयोग किया है.
OpenAI पर बढ़ते कानूनी संकट
Microsoft समर्थित OpenAI के खिलाफ दुनिया भर में कानूनी चुनौतियाँ बढ़ रही हैं, और भारत, जो उपयोगकर्ताओं की संख्या के लिहाज से इसका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है, इसमें पीछे नहीं है. OpenAI का कहना है कि वह अपने एआई मॉडल विकसित करने के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा का उपयोग करते हुए "फेयर-यूज" सिद्धांतों का पालन करता है. हालांकि, भारतीय म्यूजिक लेबल्स को इस दावे पर आपत्ति है.
IMI, T-Series और Saregama की कानूनी अपील
गुरुवार को, इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री (IMI) समूह, T-Series और Saregama India ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर "साउंड रिकॉर्डिंग्स के अनधिकृत उपयोग" को लेकर अपनी चिंताओं को सामने रखा. उनका कहना है कि AI मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए उनके कॉपीराइट वाले कंटेंट का उपयोग करना पूरी म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए गंभीर मुद्दा है.
इससे पहले, भारतीय समाचार एजेंसी ANI ने भी OpenAI के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ChatGPT ने उनके कंटेंट को बिना अनुमति के अपने एआई मॉडल के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल किया. ANI के इस कदम के बाद भारत के कई मीडिया समूहों, जिनमें मुकेश अंबानी और गौतम अडानी समर्थित संस्थाएँ भी शामिल हैं, ने OpenAI के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
भारतीय संगीत उद्योग की चिंता
भारत में बॉलीवुड और हिंदी पॉप संगीत का विशाल कारोबार है. T-Series हर साल लगभग 2,000 गाने रिलीज करता है, जबकि 100 साल से अधिक पुराने Saregama के पास मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर जैसे महान गायकों का विशाल संगीत संग्रह है. IMI समूह Sony Music और Warner Music जैसी वैश्विक कंपनियों का भी प्रतिनिधित्व करता है.
उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने गुमनामी की शर्त पर कहा कि "भारतीय संगीत कंपनियाँ चिंतित हैं कि OpenAI और अन्य AI सिस्टम इंटरनेट से गीतों के बोल, संगीत रचनाएँ और साउंड रिकॉर्डिंग्स को निकाल सकते हैं."
भारत में AI और कॉपीराइट विवाद
इससे पहले, जर्मनी के GEMA समूह ने OpenAI के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ChatGPT ने बिना लाइसेंस के गीतों के बोल को पुनः प्रस्तुत किया, जिनसे "सिस्टम को स्पष्ट रूप से प्रशिक्षित किया गया था."
OpenAI ने ANI के मुकदमे का विरोध करते हुए यह तर्क दिया है कि भारतीय अदालतों को इस मामले में कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है, क्योंकि कंपनी अमेरिका में स्थित है और उसके सर्वर विदेश में हैं.
आने वाली सुनवाई और संभावित प्रभाव
OpenAI के खिलाफ यह मामला भारत में AI मॉडल्स द्वारा कॉपीराइट कंटेंट के उपयोग के भविष्य को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इस केस की अगली सुनवाई 21 फरवरी को होने वाली है.
इस बीच, OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन हाल ही में भारत दौरे पर आए थे, जहाँ उन्होंने आईटी मंत्री से मुलाकात की और भारत की सस्ती AI नीति पर चर्चा की. अब देखना यह होगा कि भारतीय अदालतें इस मामले में क्या फैसला सुनाती हैं और इसका देश की संगीत और मीडिया इंडस्ट्री पर क्या असर पड़ता है.