दिल्लीवासियों पर मंडरा रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा, H1N1 वायरस के कई मामले आए सामने
स्वाइन फ्लू के दस्तक के साथ ही दिल्ली के कई अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मामले दर्ज किए गए हैं. स्वाइन फ्लू यानी H1N1 वायरस के अधिकतर मामले दिल्ली के एम्स, सफदरजंग, सरगंगा राम अस्पताल और आरएमएल जैसे अस्पतालों में सामने आए हैं.
नई दिल्ली: मौसम के बदलते मिजाज के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ने लगा है. जी हां, मौसम के बदलाव के साथ डेंगू-मलेरिया के साथ-साथ दिल्लीवासियों पर एक बार फिर स्वाइन फ्लू का खतरा मंडराने लगा है. स्वाइन फ्लू के दस्तक के साथ ही दिल्ली के कई अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मामले दर्ज किए गए हैं. स्वाइन फ्लू यानी H1N1 वायरस के अधिकतर मामले दिल्ली के एम्स, सफदरजंग, सरगंगा राम अस्पताल और आरएमएल जैसे अस्पतालों में सामने आए हैं.
आंकडों पर गौर करें तो आरएमएल अस्पताल में ऐसे 76 मामले H1N1 वायरस के सामने आए हैं, जिनमें सात मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि सफदरजंग अस्पताल में स्वाइन फ्लू के तीन मामले प्रकाश में आए हैं, जिसके बाद इस अस्पताल में मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो.
दिल्ली के अलावा देश की आर्थिक राजधानी में भी स्वाइन फ्लू के 10 मामले सामने आए हैं और इस बीमारी के चलते मुंबई के करीब स्थित नालासोपारा और जलगांव में दो लोगों की मौत भी हो चुकी है, बताया जाता है कि इन दोनों का इलाज मुंबई में चल रहा था. महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा कर्नाटक में भी इस साल स्वाइन फ्लू के कई मामले सामने आ चुके हैं. यह भी पढ़ें: चौकाने वाला खुलासा! 4 राज्यों के ग्रामीण इलाकों में रहनेवाले 23% बच्चे हाई बीपी के शिकार
बता दें कि स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है, जो H1N1 वायरस से होती है और यह सूअरों से फैलता है. हालांकि इसके लक्षण आम फ्लू की तरह ही होते हैं. इससे पीड़ित व्यक्ति का पहले गला खराब होता है, फिर खांसी के बाद तेज बुखार हो जाता है. इसकी गिरफ्त में आए मरीजों को सांस लेने में दिक्कत, पेट दर्द और शरीद में दर्द की शिकायत हो सकती है.
अगर समय पर मरीज का इलाज नहीं किया गया तो उसकी हालत बिगड़ सकती है और देर होने पर मरीज पर दवाओं का असर भी खत्म हो सकता है, इसलिए इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.