श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के सांबा (Samba) जिले के तीन अलग-अलग इलाकों में बीती रात ड्रोन (Drone) गतिविधियों की आशंका पुलिस ने जताई है. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह ड्रोन कहां से आये थे और कहां गायब हो गए. एसएसपी सांबा राजेश शर्मा (SSP Samba Rajesh Sharma) ने बताया कि जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन मंडराते देखे गए. भारत ने जम्मू क्षेत्र में ड्रोन गतिविधियों पर पाकिस्तान के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया
अधिकारियों ने बताया कि ये ड्रोन गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे बारी-ब्राह्मण, चिलाद्या और गगवाल इलाकों में एक ही समय पर देखे गए. ये ड्रोन ऐसे समय देखे गए हैं जब करीब एक हफ्ते पहले पुलिस ने यहां पास के सीमावर्ती कनचक इलाके में पांच किलोग्राम आईईडी सामग्री ले जा रहे एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था.
अधिकारियों ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने पाकिस्तान की ओर लौट रहे एक ड्रोन पर चिलाद्या में कुछ गोलियां चलायीं. अधिकारियों ने कहा कि अन्य दो ड्रोन बारी ब्राह्मणा और गगवाल में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर संवेदनशील सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर मंडराने के तुरंत बाद आसमान से गायब हो गए.
Jammu & Kashmir | Some unidentified lights were seen in the sky near the international border in the Samba sector. Few rounds were fired on it and the lights disappeared: Border Security Force (BSF)
— ANI (@ANI) July 30, 2021
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि भारत-पाक सीमा पर ड्रोन के जरिए गिराया गया आईईडी जम्मू क्षेत्र के भीड़-भाड़ वाले बाजार में विस्फोट करने के लिए था और यह दिखाता है कि पाकिस्तान फरवरी में हुए संघर्षविराम समझौते के बावजूद विभिन्न आतंकी समूहों तक अपनी आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने की कोशिश कर रहा है.
सिंह ने बीते रविवार को कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी समूहों के पास हथियारों और गोला-बारूद की कमी हो गई है, क्योंकि पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादी समूहों के सक्रिय सदस्यों के मॉड्यूल के कई लोगों को गिरफ्तार कर इसे रोकने में कामयाबी हासिल की है. उन्होंने कहा, “पिछले साल सितंबर से पाकिस्तान के राज्य प्रायोजित कुछ तत्व हथियार, गोला-बारूद और यहां तक कि नकदी गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि आतंकवादी समूहों की मांगों को पूरा किया जा सके.”
पिछले हफ्ते भारत ने जम्मू क्षेत्र में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों को लेकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच सेक्टर कमांडर स्तर की बैठक के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. (एजेंसी इनपुट के साथ)