नई दिल्ली: केंद्र सरकार 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी सालगिरह मनाने की तैयारी में जुटी हुई है. केंद्र अपने इस जश्न में न्यूज चैनल्स और रेडियो को साथ लेना चाहता है. मकसद इन मीडिया प्लैटफॉर्म्स के जरिए सर्जिकल स्ट्राइक डे को धूमधाम से मनाना और प्रचारित करना है. केंद्र सरकार इस दिन को धूम-धाम से मनाना चाहती है. इसी कारण टीवी चैनल्स और रेडियो को इस हेतु प्रचार करने के लिए कहा गया है. सरकार की योजना के तहत निजी समाचार चैनलों और रेडियो स्टेशन को अपने प्लेटफॉर्म पर इस दिन को विशिष्ट रूप से दर्शाना होगा.
वहीं दूसरी तरफ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने गीतकार प्रसून जोशी से गुजारिश की है कि वे सर्जिकल स्ट्राइक की सालगिरह के मौके पर देशभक्ति जगाने वाला खास गाना लिखें. प्रसून जोशी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सेंसर बोर्ड के चेयरमैन भी हैं. यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आतंकियों को नेस्तनाबूद करने के लिए सेना ने 8 गांवों को घेरा
इसी कड़ी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को निर्देश जारी किए हैं कि वह सर्जिकल स्ट्राइक के मौके पर अपने यहां खास कार्यक्रम आयोजित करें. इसके अलावा इंडिया गेट पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. मंत्रालय के सेक्रेटरी अमित खरे के एक पत्र के माध्यम से यह जानकारी सामने आई है.
इस पत्र में बताया गया है कि कैबिनेट ने 5 सितंबर को हुई बैठक में फैसला लिया है कि 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक दिवस के तौर पर मनाया जाएगा जिसमें एनसीसी, पूर्व जवान आदि को शामिल करके उचित कार्यक्रमों की योजना बनाई जाएगी. अमित खरे के अनुसार निजी समाचार चैनलों से कहा जाएगा कि सालगिरह के मौके पर वह अपने न्यूज सेगमेंट, बातचीत, सशस्त्र बलों के साथ इंफोटेनमेंट मॉडल में इसे जगह दें और केंद्र सरकार का सहयोग करें. यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद 35 SPO के इस्तीफे की खबर, गृह मंत्रालय ने बताया 'अफवाह'
केंद्र सरकार के प्रमुख प्रवक्ता इस मामले में न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी के साथ बातचीत करेंगे. इसके साथ ही प्रवक्ता रेडियो एसोसिएशन ऑफ रेडियो ऑपरेटर्स फॉर इंडिया के साथ भी बातचीत करेंगे जिसमें निजी रेडियो चैनल्स के रेडियो जॉकी से कहा जाएगा कि वह अपने कार्यक्रम की अवधि के दौरान और बातचीत में इस दिन को विशिष्ट स्थान दें. इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी इस दिन पर होने वाले कार्यक्रमों को प्रचारित करने के लिए कहा गया है. इस विशेष दिन के कार्यक्रम के लिए विशेष हैशटैग का इस्तेमाल भी किया जाएगा.