शेयर मार्केट लगातार चौथे सप्ताह भी लुढ़का
शेयर बाजार (Photo Credits: PTI)

मुंबई: भारतीय शेयर बाजारों में लगातार चौथे हफ्ते गिरावट दर्ज की गई. अमेरिका और चीन के बीच के व्यापार संबंधों पर अनिश्चितता के साये में वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा, जिसका असर घरेलू बाजारों पर भी देखने को मिला. इसके अलावा, अमेरिकी फेड रिजर्व ने सोमवार (24 सितंबर) को प्रमुख ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी, जिससे वैश्विक बाजार दवाब में हैं. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 614.46 अंकों या 1.67 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जोकि 36,227.14 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 212.65 अंकों या 1.91 फीसदी की गिरावट के साथ 10,930.45 पर बंद हुआ. बीएसई का मिडकैप सूचकांक 832.43 अंकों या 5.34 फीसदी की गिरावट के साथ 14,763.20 पर बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 1332.42 अंकों या 8.45 फीसदी की गिरावट के साथ 14,430.68 पर बंद हुआ.

सोमवार को शेयर बाजारों की नकारात्मक शुरुआत हुई और सेंसेक्स 536.58 अंकों या 1.46 फीसदी की गिरावट के साथ 36,305.02 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 168.20 अंकों या 1.51 फीसदी की गिरावट के साथ 10,974.90 पर बंद हुआ. मंगलवार को बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर रहा और सेंसेक्स 347.04 अंकों या 0.96 फीसदी की तेजी के साथ 36,652.06 पर बंद हुआ और निफ्टी 100.05 अंकों या 0.91 फीसदी की तेजी के साथ 11,067.45 पर बंद हुआ.

बुधवार को बाजार में फिर गिरावट रही और सेंसेक्स 109.79 अंकों या 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 36,542.27 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 13.65 अंकों या 0.12 फीसदी की गिरावट के साथ 11,053.80 पर बंद हुआ. गुरुवार को सेंसेक्स 218.10 अंकों या 0.60 फीसदी की गिरावट के साथ 36,324.17 पर तथा निफ्टी 76.25 अंकों या 0.69 फीसदी की गिरावट के साथ 10,977.55 पर बंद हुआ.

शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन बाजार में गिरावट रही और सेंसेक्स 97.03 अंकों या 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 36,227.14 पर तथा निफ्टी 47.10 अंकों या 0.43 फीसदी की गिरावट के साथ 10,930.45 पर बंद हुआ. बीते सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे - टीसीएस (3.84 फीसदी), रिलायंस इंडस्ट्रीज (3.4 फीसदी), इंफोसिस (3.05 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.16 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.87 फीसदी), वेदांत (0.89 फीसदी) और एनटीपीसी (0.15 फीसदी).

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे - यस बैंक (19.20 फीसदी), टाटा मोटर्स (10.69 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (10.08 फीसदी), अडानी पोर्ट्स (9.27 फीसदी), भारती एयरटेल (9.17 फीसदी), मारुति सुजुकी इंडिया (8.57 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (7.38 फीसदी), टाटा स्टील (7.08 फीसदी), पॉवरग्रिड (5.87 फीसदी) और लार्सन एंड टूब्रो (4.89 फीसदी).

आर्थिक मोर्चे पर, सरकार ने बुधवार को 19 गैर-जरूरी सामानों पर आयात शुल्क बढ़ा दिया, जिसमें एयर कंडीशनर्स, रेफ्रिजेटर्स, वाशिंग मशीन्स और एटीएफ (एविएशन टबाईन फ्यूल) शामिल है. पहले एटीएफ पर कोई आयात शुल्क नहीं था, जिस पर अब 5 फीसदी कर दिया गया है. एयरकंडीशनर और रेफ्रिजेटर पर आयात शुल्क 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है.

विदेशी मोर्चे पर, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध जारी है. पिछले हफ्ते अमेरिका ने 200 अरब डॉलर मूल्य के चीनी वस्तुओं पर 10 फीसदी शुल्क लगाने की घोषणा की, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के 60 अरब डॉलर मूल्य के वस्तुओं पर शुल्क लगा दिया. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीदों के अनुरूप प्रमुख ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की और संकेत दिया कि दिसंबर में एक बार फिर वृद्धि की जा सकती है.