प्रयागराज: मंगलवार को एसआरएन अस्पताल (SRN Hospital) में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों पर दुष्कर्म (Rape) के आरोप मामले से संबंधित युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई. 21 मई को ऑपरेशन (Operation) के बाद से ही वह एसआरएन अस्पताल के आईसीयू (ICU) में एडमिट थी. एसआरएन अस्पताल के एसआईसी डॉक्टर अजय सक्सेना (Ajay Saxena) का कहना है कि आंतों में संक्रमण के बाद उसे परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया था. स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में मिर्जापुर निवासी युवती ने डाक्टरों पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. UP में हुई अजीबोगरीब शादी, दुल्हन ने एक को पहनाई वरमाला, तो दूसरे के साथ लिए सात फेरे
बता दें कि युवती को 29 मई को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके पेट की आंत का आपरेशन होना था. भर्ती कराए जाने के समय उसकी हालत काफी गंभीर थी. डाक्टरों ने 31 मई की रात आपरेशन किया था. होश में आने के बाद युवती ने डाक्टरों पर यौन शोषण का आरोप लगाया. इससे अस्पताल के डाक्टरों में खलबली मच गई थी. ऑपरेशन के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ.
प्रयागराज के SRN अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर में हुए गैंगरेप की पीड़िता ने दम तोड़ा।
भाई को लिखकर बताया- 'डॉक्टर अच्छे नहीं हैं, मेरे साथ गंदा काम किया' #Prayagraj #UttarPradesh @prayagraj_pol pic.twitter.com/WJwzq2rmAR
— News24 (@news24tvchannel) June 8, 2021
युवती के भाई ने दावा किया है कि यह बात खुद उसकी बहन ने उसे कागज पर लिखकर बताई. भाई व अन्य परिजन इसके बाद से लगातार एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर सपा नेता ऋचा सिंह व महिला संगठनों ने पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया.
युवती के आरोप के बाद मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा एसपी सिंह ने पांच डाक्टरों के दल से प्रशासनिक जांच कराई थी. वहीं सीएमओ डा प्रभाकर राय ने युवती का दो डाक्टरों के पैनल से मेडिकल परीक्षण कराया था. इन दोनों ही जांच में आरोप झूठा पाया गया. अस्पताल के जूनियर डाक्टरों ने भी सोमवार को युवती के तीमारदारों से परेशान होकर और डाक्टरों के खिलाफ बन रहे माहौल के मद्देनजर विरोध प्रदर्शन किया था. सीओ कोतवाली सत्येंद्र प्रसाद तिवारी का कहना है कि पंचनामा भरा जा रहा है. शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. घर वाले भी इसके लिए राजी हैं.