लखनऊ, 14 सितम्बर : समाजवादी पार्टी ने विधानमंडल सत्र से पहले बुधवार से 18 सितंबर तक हर रोज भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का निर्णय लिया है. इसी क्रम में आज प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायकों के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. प्रदेश कार्यालय से लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आवास तक पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया. सपा नेताओं को घरों में कैद कर दिया गया. इससे नाराज कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने लगे. पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेज दिया है. इस घटनाक्रम पर सपाइयों में आक्रोश है. सपा ने कहा कि विधायकों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है. पार्टी ने इसकी घोर निंदा की है. वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला है. प्रदेश कार्यालय से लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आवास तक बड़ी संख्या में पुलिस लगा दी गई. कार्यालय के बाहर सपाइयों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. पुलिस ने सपाइयों को हिरासत में लेकर ईको गार्डेन भेज दिया.
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, भर्तियों में धांधली, स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टचार, गरीब के घरों पर चल रहे बुलडोजर, किसानों की दुर्दशा के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने आज विधानसभा जा रहे हैं. सपा विधायक लेकिन पुलिस सपा विधायकों को घरों से निकलने नहीं दे रही. घोर निंदनीय. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि हम शांति पूर्वक विधान भवन में जाकर धरना देना चाह रहे हैं. पुलिस ने हमको बताया कि आपको हाउस अरेस्ट किया गया है. रात 3:00 बजे से ही यहां पुलिस खड़ी की गई है. लोकल चौकी इंचार्ज ने बताया कि हाउस अरेस्ट हैं और कहीं नहीं जा सकते. यह भी पढ़ें : भाजपा की ओर से विधायकों को ‘पैसे देने’ के आरोप के समर्थन में साक्ष्य पेश करेगी आम आदमी पार्टी
इसी तरह कई अन्य विधायकों और एमएलसी के घरों के बाहर भी पुलिस का सख्त पहरा है. सपा विधायक रविदास मल्होत्रा ने कहा कि सपा ने विधानभवन में धरना करने की घोषणा की थी पर सरकार हमारी आवाज को दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रही है. पुलिसकर्मी बीती रात से ही मेरे घर के बाहर तैनात हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया से बात करने से भी रोका गया. वहीं लखनऊ कमिश्नर ने कहा कि लखनऊ में धरना-प्रदर्शन के लिए ईको गार्डेन चिन्हित है. विधानसभा पर धरने से लोगों को दिक्कत होती. धरने से सुरक्षा भी प्रभावित होती. उन्होंने कहा कि पुलिस हाईकोर्ट के निदेशरें का पालन कर रही है. ईको गार्डेन में धरना-प्रदर्शन करें कोई दिक्कत नहीं है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही पांच दिन का धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. 14 सितंबर से 18 सितंबर तक विधान भवन में चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष पार्टी के विधानसभा व विधान परिषद सदस्य धरना देंगे. इस आंदोलन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी एक दिन धरने पर बैठेंगे. लेकिन धरने से पहले पुलिस सक्रिय हो गई. नजरबंद की कार्रवाई शुरू हो गई. इस पर सपाइयों में आक्रोश है. सपा ने कहा कि विधायकों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है. पार्टी ने इसकी घोर निंदा की है. लखनऊ पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि किसी भी सपा नेता को अरेस्ट नहीं किया गया है. सिर्फ विधानसभा की तरफ जाने से रोका गया था. अब सभी सपा नेताओं को ईको गार्डन की तरफ भेजा गया है.