नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon 2022) अपने सामान्य समय से तीन दिन पहले केरल पहुंच चुका है. इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है. विभाग की ओर से कहा गया कि 29 मई को मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दी है. आमतौर पर इसकी शुरुआत की एक जून से होती है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 41 डिग्री के करीब रहने से भीषण गर्मी, उमस बढ़ी.
दक्षिण पश्चिम मानसून को भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा समझा जाता है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युजंय महापात्रा ने कहा, ‘‘दक्षिण पश्चिम मानसून अपने सामान्य निर्धारित समय एक जून के बजाय 29 मई बुधवार को ही केरल पहुंच गया.’’
पहले आईएमडी ने चक्रवात असानी के शेष भाग की मदद से 27 मई को मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान लगाया था. इस अनुमान में चार दिन की प्रतिमान त्रुटि थी. हालांकि दक्षिणी प्रायद्वीप पर फैले इस अवशेष मौसम तंत्र (असानी) का प्रभाव कमजोर हो गया. असानी एक पखवाड़े पहले बंगाल की खाड़ी में आया था.
वरिष्ठ आईएमडी वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के अधिक हिस्सों को भी कवर करने के लिए स्थितियां और अनुकूल हैं ... दिल्ली और भारत के उत्तर-पश्चिम और मध्य भागों में अगले 5 दिनों तक कोई हीटवेव की स्थिति नहीं होगी.