Halal and Jhatka: दिल्ली नगर निगम का फैसला, नॉन-वेज रेस्टोरेंट में 'हलाल' या 'झटके' का है मीट- लगाना होगा बोर्ड
मीट का प्रतीकात्मक तस्वीर ( फोटो क्रेडिट- Pixabay)

नई दिल्ली:- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (MCD) ने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर एक रोड और नॉन वेज बेचने वाले रेस्टोरेंट और होटल में हलाल या झटका का बोर्ड लगाने वाले प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. नगर निगम के इस फैसले के बाद इलाके के होटल और रेस्तराओं में जहां पर नॉन वेज बेचा जाता है उन्हें पोस्टर लगाकर बताना होगा कि उनके यहां परोसे जाना वाला मीट हलाल है या झटका है. इस फैसले के पीछे की वजह माना जा रहा है कि खाने वाले ग्राहकों तक उसकी सही जानकारी पहुंच सके. जिससे उन्हें अपनी पसंद या नापसंद का फैसला करने के कोई दिक्कत नहीं हो. बता दें कि हिन्दू और सिख हलाल मीट खाना पसंद नहीं करते हैं.

रिपोर्ट्स को मुताबिक दक्षिणी दिल्ली में तकरीबन हजारो रेस्टोरेंट और होटल हैं. जिसमें से बड़ी संख्या में ऐसे रेस्टोरेंट जहां पर चिकन परोसा जाता है. ऐसे में अब दिल्ली नगर निगम के फैसले के बाद वहां पर भी बोर्ड लगाकर लिखना होगा कि जो मीट दिया जा रहा है वो हलाल' है या 'झटका है. इसके साथ ही ऐसा न करने वालों के खिलाफ दिल्ली नगर निगम कार्रवाई कर सकता है. दिल्ली: बीजेपी ने बंगाल सहित 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर किया मंथन.

गौरतलब हो कि साल 2018 में भारतीय जनता पार्टी के नेता आरपी सिंह ने मीट की बिक्री करने वाले रेस्तरां और दुकानदारों को यह बोर्ड लगाने को लेकर तीनों तीनों महापौर को पत्र लिखा था. हिंदू धर्म और सिख धर्म के अनुसार, हलाल' मांस खाना मना है और धर्म के खिलाफ है. इसलिए, समिति इस संबंध में प्रस्ताव पारित करती है कि रेस्तरां और मांस की दुकानों को यह निर्देश दिया जाए कि वे उनके द्वारा बेचे जाने और परोसे जाने वाले मांस के बारे में अनिवार्य रूप से लिखें कि यहां 'हलाल' या 'झटका' मांस उपलब्ध है.