नई दिल्ली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) महिला आरक्षण विधेयक पर बुधवार को लोकसभा में बोलेंगी. कांग्रेस सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है. इससे पहले महिला आरक्षण बिल को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने पर सोनिया गांधी ने कहा था कि यह हमारा अपना बिल है. कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख से जब इस विषय पर सवाल किया गया कि तो जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘यह हमारा (विधेयक) अपना है.’ Women's Reservation Bill: आखिर क्यों लाया गया महिला आरक्षण बिल? जानें इसके बारे में सबकुछ.
दरअसल UPA की सरकार के समय वर्ष 2010 में कांग्रेस ने महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा से पारित हुआ था. उस समय सोनिया गांधी UPA की अध्यक्ष थीं और मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे.
एक तरफ सोनिया गांधी ने इसे अपना बिल बताया तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इसे मोदी सरकार का धोखा बता रही है. ऐसे में सोनिया गांधी अब लोकसभा में इस मुद्दे पर क्या बोलेंगी यह देखना दिलचस्प होगा.
कांग्रेस के बिल का क्या हुआ?
यूपीए सरकार ने 2008 में महिला आरक्षण बिल को 108वें संविधान संशोधन विधेयक के रूप में राज्यसभा में पेश किया. वहां यह बिल मार्च 2010 को भारी बहुमत से पारित हुआ. बीजेपी, वाम दलों और जेडीयू ने बिल का समर्थन किया था. हालांकि यूपीए सरकार ने इस बिल को लोकसभा में पेश नहीं किया. क्यों कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल इस के विरोध में थी. ये दोनों दल यूपीए का हिस्सा थे, इसलिए कांग्रेस को डर था कि अगर उसने बिल को लोकसभा में पेश किया तो उनकी सरकार खतरे में पड़ सकती है.