पटना, 3 जनवरी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोमवार को जनता दरबार में एक शिकायतकर्ता के यह कहने पर हैरान रह गए कि भाजपा एमएलसी के दबंग रिश्तेदारों ने डेढ़ साल पहले उनके बेटे की हत्या कर दी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामले को कमजोर करने की कोशिश की.
पीड़ित पिता ने आगे कहा कि एसएचओ ने प्राथमिकी से दो आरोपियों के नाम हटा दिए और अन्य दो को गिरफ्तार नहीं किया गया. सीवान जिले के रहने वाले मनोज सिंह ने बताया कि अगस्त 2021 में उनके बेटे कुशल कुमार सिंह को धारदार हथियारों से लैस दबंगों के एक समूह ने मार डाला था. उन्होंने कहा, "आरोपी ने 20 अगस्त 2021 को मेरे बेटे की हत्या कर दी थी. यह भी पढ़ें : Kanjhawala Death Case: हादसे के वक्त स्कूटी पर थी एक और लड़की, डर के मारे मौके से भाग गई थी
थाने में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन एसएचओ ने मामले को कमजोर कर दिया था और भाजपा एमएलसी के बहकावे में आकर दो आरोपियों के नाम हटा दिए थे, एक आरोपी पिछले 15 महीने फरार है और दूसरा हमें पिछले तीन महीने से केस वापस लेने का दबाव दे रहा है और धमकी दे रहा है." इसके बाद नीतीश कुमार ने तुरंत डीजीपी आर.एस. भट्टी को मामले की जांच करने और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा.