Delhi: दिल्ली के ज्वेलर्स के यहां से साढ़े छह करोड़ कैश और सोना उड़ाया था उनके कर्मचारियों ने, झारखंड में गिरफ्तार
गिरफ्तार व्यक्ति का नाम फरीद है, जो उड़ीसा के राउरकेला स्थित काली मंदिर रोड का रहने वाला है, जबकि उसके दो साथी भागने में सफल रहे हैं. भागने वालों में एक का नाम विशाल मंडल व दूसरे का नाम मो. कैफ बताया जाता है. ये दोनों भी राउरकेला के ही रहने वाले हैं.
रांची, 6 अप्रैल: दिल्ली के करोलबाग स्थित एक ज्वेलर कारोबारी के यहां से 6.54 करोड़ कैश और सोना लेकर भागे तीन लोगों में से एक को झारखंड की गुमला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से नोटों से भरे पांच बैग मिले थे. गिरफ्तार व्यक्ति का नाम फरीद है, जो उड़ीसा के राउरकेला स्थित काली मंदिर रोड का रहने वाला है, जबकि उसके दो साथी भागने में सफल रहे हैं. भागने वालों में एक का नाम विशाल मंडल व दूसरे का नाम मो. कैफ बताया जाता है. ये दोनों भी राउरकेला के ही रहने वाले हैं. यह भी पढ़ें: Karnataka Shocker : 85 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार-हत्या मामले में व्यक्ति गिरफ्तार
झारखंड पुलिस को सूचना मिली थी कि दिल्ली के सोना कारोबारी टेक चंद सोनी का पैसा लेकर भाग रहे हैं, जो गुमला के रास्ते राउरकेला जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने गुमला में लगाई गई चेकिंग के दौरान गुप्ता नामक यात्री बस से पांच बड़े बैग में भरकर ले जाए जा रहे नोटों का बंडल बरामद किया था. पुलिस ने फरीद को मौके से गिरफ्तार किया था. उसने पुलिस को बताया कि तीनों योजनाबद्ध तरीके से चोरी कर दिल्ली से डालटनगंज आने वाली बस पर चढ़े. तीनों डालटनगंज पहुंचे और वहां से राउरकेला जाने वाली गुप्ता बस पर चढ़े और सभी बैग को डिक्की में डालकर राउरकेला जा रहे थे. इसी बीच बस से आ रहे दो व्यक्ति विशाल मंडल और मो. कैफ बहाना बनाकर उतर गए.
गिरफ्तार फरीद ने पुलिस को यह बताया है कि विशाल, कैफ और वह दिल्ली के एक बड़े स्वर्ण व्यवसायी के यहां काम करते थे. विशाल वहां पहले से काम करता था और घटना का मास्टरमाइंड वही है. जबकि कैफ और फरीद बाद में विशाल के कहने पर वहां काम पकड़ा थे. काम के दौरान ही तीनों ने व्यवसायी के यहां से कैश उड़ाने का प्लान बनाया. इसके बाद तीनों ने मिलकर व्यवसायी के यहां से पांच बैग में भरकर कैश उड़ा लिया. इसके बाद वे बस में बैठकर आनंद नगर पहुंचे. फिर वहां से ऑटो बुक कर डालटेनगंज. फिर डालटेनगंज से तीनों गुप्ता नामक यात्री बस में सवार होकर राउरकेला जाने लगे, तभी उन्हें व्यवसायी द्वारा पीछा किये जाने की जानकारी हुई.