Hindi Vs Marathi Row:  मुंबई से सटे मीरा-भायंदर में मराठी न बोलने पर एक दुकानदार को थप्पड़ जड़ने का मामला,  MNS के विरोध में दुकानें बंद; देखें VIDEO
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Hindi Vs Marathi Row: मुंबई से सटे मीरा-भायंदर में 29 जून, 2025 को जोधपुर स्वीट्स के मालिक बाबूलाल खिमजी चौधरी (48) को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) कार्यकर्ताओं द्वारा मराठी न बोलने के कारण थप्पड़ मारने की घटना ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना के वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा किया, जिसके बाद व्यापारी एकता मंच के आह्वान पर 3 जुलाई, 2025 को स्थानीय व्यापारियों ने मनसे की इस गुंडागर्दी के विरोध में मीरा-भायंदर में अपनी दुकानें बंद रखीं.

मराठी न बोलने पर दुकानदार को थप्पड़ जड़ने का मामला

स्थानीय व्यापारियों और लोगों का कहना है कि भाषा के नाम पर इस तरह की हिंसा और उत्पीड़न अस्वीकार्य है। उन्होंने मांग की है कि शहर में इस तरह के अत्याचारों को रोका जाए, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब मराठी न बोलने के नाम पर लोगों की पिटाई हुई हो. व्यापारियों के विरोध के बाद दुकाने बंद हैं. वीडियो भी सोचल मीडया पर वायरल हुआ है. वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि खाली बाजार है और जो दुकानें हर दिन खुली रहती थी. वे दुकानें आज बंद हैं. यह भी पढ़े: Hindi Vs Marathi: मीरा रोड में MNS कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, मराठी न बोलने पर दुकानदार को जड़े थप्पड़, VIDEO वायरल

  MNS के विरोध में दुकानें बंद

पिटाई मामले में 7 लोगों के खिलाफ है केस दर्ज

वारदात के बाद ठाणे की काशीममीरा पुलिस ने 1 जुलाई, 2025 को इस मामले में सात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की. आरोपियों में मीरा-भायंदर के उप-महापौर करण कंदंगीरे, प्रभु निलेकट, और अक्षय दळवी शामिल हैं. पुलिस ने वायरल वीडियो को सबूत के तौर पर लिया है और जांच शुरू कर दी है.

मनसे का दावा

हालांकि मनसे के एक पदाधिकारी ने दावा किया कि दुकानदार ने "अहंकारी" रवैया अपनाया और मराठी भाषा का अपमान किया, जिससे विवाद बढ़ा. हालांकि, इस दावे की व्यापक निंदा हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग इस हिंसा को मराठी संस्कृति के लिए गलत कदम बता रहे हैं.