राफेल पर बोली शिवसेना- कैग रिपोर्ट में हेरफेर संभव, जेपीसी जांच होनी चाहिए
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Photo Credits: PTI)

मुम्बई: शिवसेना (Shivsena) ने राफेल विमान सौदे पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट की सच्चाई पर बुधवार को सवाल उठाते हुए कहा कि हो सकता है कि इसमें हेरफेर किया गया हो. शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र में भाजपा की गठबंधन साझेदार है, इसके बावजूद वह भाजपा पर अक्सर हमले करती रहती है. शिवसेना प्रवक्ता मनीष कयांदे ने सवाल किया कि केंद्र सरकार ने लड़ाकू विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) द्वारा जांच की मांग स्वीकार क्यों नहीं की.

कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने पूर्व में जेपीसी जांच की मांग की थी. इससे पहले दिन में भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 36 लड़ाकू राफेल विमानों की खरीद के लिए राजग सरकार ने जो सौदा किया वह इन विमानों की खरीद के लिए 2007 में तत्कालीन संप्रग सरकार की वार्ता पेशकश की तुलना में 2.86 फीसदी सस्ता है. कयांदे ने आरोप लगाया, ‘‘कैग रिपोर्ट में हेरफेर किये जाने की आशंका है जैसा अन्य संस्थानों के मामले में हुआ है.’’