शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद का बड़ा बयान- CAA-NRC पर मुसलमानों को गुमराह कर रही हैं पार्टियां, संयम बरते
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, CAA और एनआरसी (NRC) दोनों दो अलग-अलग चीजें हैं. राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे पर मुसलमानों को गुमराह कर रही हैं. उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर संयम से काम लें.
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act 2019) पर जारी बवाल के बीच शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद (Maulana Kalbe Jawad) ने बड़ा बयान है. मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, CAA और एनआरसी (NRC) दोनों दो अलग-अलग चीजें हैं. NRC अब तक केवल असम में लागू किया गया है और देश में अभी लागू नहीं है और हम यह भी नहीं जानते कि इसमें क्या कानून होंगे. राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे पर मुसलमानों को गुमराह कर रही हैं. उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे इस संवेदनशील मुद्दे पर संयम से काम लें. मौलाना कल्बे जवाद ने मुस्लिमों ने कहा, मुसलमान संयम बरते और अफवाहों पर ध्यान न दें.
कल्बे जव्वाद से कहा, शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का समर्थन किया था. बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि यह राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हैं और राष्ट्र कि सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता. उन्होंने इस कानून में शिया मुसलमानों को भी शामिल किए जाने की मांग की थी.
मौलाना कल्बे जवाद ने की अपील-
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों में 11 लोगों की मौत की खबर है. पीटीआई के मुताबिक अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि मेरठ जिले से चार लोगों की मौत की खबर है. कानपुर में दो लोगों की मौत हुई है. उधर, वाराणसी में प्रदर्शन के दौरान भगदड़ में आठ साल के एक बच्चे की मौत हो गई.