Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री को शंकराचार्य से मिली चुनौती, ‘जोशीमठ धंसने से रोकें तो मानूंगा चमत्कार’
शंकराचार्य ने कहा कि वह जोशीमठ आएं और यहां धंसती जमीन और दरकते मकानों को रोक कर दिखाएं. यदि वह ऐसा कर पाते हैं तो वह भी उनके चमत्कार पर विश्वास कर लेंगे.
Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से जुड़ा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. जादू-टोना और अंधविश्वास के आरोपों से शुरू हुआ मामला धर्मांतरण तक पहुंच गया है. देश में सनातन धर्म बनाम ईसाई-इस्लाम पर चर्चा तेज हो गई है.
बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री को लेकर जारी विवाद में अब शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी कूद पड़े हैं. उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को खुली चुनौती दी है. शंकराचार्य ने कहा कि वह जोशीमठ आएं और यहां धंसती जमीन और दरकते मकानों को रोक कर दिखाएं. यदि वह ऐसा कर पाते हैं तो वह भी उनके चमत्कार पर विश्वास कर लेंगे. ये भी पढ़ें- Begeshwar Dham के Dhirendra Shastri ने दी चेतावनी, 'सनातन धर्म का विरोध करने वालों का होगा बहिष्कार'
शंकराचार्य ने यह भी कहा कि वेदों के अनुसार चमत्कार दिखाने वालो को मैं मान्यता देता हूं, लेकिन अपनी वाहवाही और चमत्कारी बनने की कोशिश करने वालों को मैं मान्यता नहीं देता. मनमाना बोलने के लिए ना हम अधिकृत हैं और ना हम मनमाना कहते हैं.
शंकराचार्य ने कहा कि ज्योतिष शास्त्र में किसी का भविष्य बताया जाता है, लेकिन यह फलादेश होता है. उन्होंने बागेश्वर महाराज को चुनौती देते हुए कहा कि आपके पास अलौकिक शक्तियां हैं तो धर्मांतरण रोकिए, घरों के झगड़ों सुलझाएं, लोगों में सुमति लाएं. यदि वह अपने चमत्कार से आत्महत्या रोक दें तो हम चमत्कार मानेंगे.
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कहीं भी धर्मांतरण धार्मिक रूप से नहीं हो रहा है. बल्कि यह विशुद्ध रूप से राजनीतिक कारणों की वजह से हो रहा है.