यात्रा से पहले सेशेल्स के राष्ट्रपति ने भारत के साथ नौसैन्य अड्डा बनाने का डील किया रद्द
राष्ट्रपति डैनी फॉरे एक महीने पहले ही मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि अपने भारत दौरे पर वो इस डील पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं करेंगे. राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रोजेक्ट के सारे उम्मीद खत्म हो गए हैं
नई दिल्ली. सेशल्ज के राष्ट्रपति डैनी फॉरे की 25 जून को प्रस्तावित यात्रा के लिए भारत आने वाले हैं. उनके स्वागत की तैयारी में भारत लगा हुआ है. लेकिन इसी बीच डैनी फॉरे के एक फैसले से भारत की चिंता बढ़ गई है. डैनी फॉरे ने भारत की मदद से असम्पशन द्वीप पर बनने वाले सैन्य अड्डा डील को कैंसल कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा है कि इस मसले पर भारत दौरे के दौरान पीएम मोदी से कोई चर्चा नहीं करेंगे. फिलहाल भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है.
वहीं सेशल्ज के इस फैसले को भारत के कूटनीतिक प्रयासों के असफलता के तौर पर ही देखा जा रहा है. बता दें राष्ट्रपति डैनी फॉरे एक महीने पहले ही मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि अपने भारत दौरे पर वो इस डील पर किसी भी तरह की चर्चा नहीं करेंगे. राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रोजेक्ट के सारे उम्मीद खत्म हो गए हैं. उन्होंने कहा कि अगले साल अपने धन से खुद सेशल्ज इस सैन्य अड्डे का निर्माण करेगा.
चीन की इस क्षेत्र में लगातार बढ़ती मौजूदगी के कारण सेशेल्स की राजधानी माहे के दक्षिण-पश्चिम में मौजूद असम्पशन द्वीप पर भारत लंबे समय सैन्य अड्डा बनाना चाहता है. गौरतलब हो कि विदेश सचिव विजय गोखले विक्टोरिया की यात्रा पर गए थे लेकिन उसे सफल बनाने में उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी. पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने इस डील पर दोबारा चर्चा और हस्ताक्षर ने किए थे. गौरलतब हो कि भारत और सेशेल्स के बीच असम्पशन द्वीप को लेकर पहला समझौता 2015 में हुआ था. उस दौरान पीएम मोदी खुद सेशेल्स दौरे पर पहुंचे थे.