जम्मू-कश्मीर: सोपोर में सुरक्षाबलों ने शुरू किया बड़ा सर्च ऑपरेशन, कई आतंकियों के छिपे होने की आशंका
सेना को सोपोर के जलूरा में आतंकवादियों के होने की गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर सेना के 22 आरआर, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से खोजी अभियान चलाया है.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के त्राल में बीती रात आतंकियों द्वारा आर्मी कैंप पर हमला किए जाने के बाद रविवार तड़के सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. खबर है कि सेना को सोपोर के जलूरा में आतंकवादियों के होने की गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर सेना के 22 आरआर, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने संयुक्त रूप से खोजी अभियान चलाया है.
जानकारी के मुताबिक सोपोर में शनिवार रात अज्ञात लोगों ने एक पंचायत भवन में आग लगा दी. एक दूसरी घटना में आतंकियों ने बाजवानी में 42 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर कई राउंड फायरिंग की. जवानों की जवाबी कार्रवाई के बाद आतंकी फरार हो गए। हालांकि, इस हमले में जवानों को कोई क्षति नहीं पहुंची है.
वहीं, बडगाम जिले के चारवानी गांव में आतंकियों ने देर रात एसपीओ मोहम्मद हफीज को गोली मार दी. हफीज का श्रीनगर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. यह भी पढ़े- जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमले में ASI शहीद, दहशतगर्दों को खाक में मिलाने के लिए सेना ने पूरे इलाके को घेरा
कश्मीर में पथराव में एक सैन्य जवान के शहीद होने के एक दिन बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि पत्थरबाज आतंकवादियों के सक्रिय सदस्य हैं और उनके साथ कड़ाई से निपटा जाना चाहिए.
अनंतनाग जिले में पथराव में 22 वर्षीय जवान राजेन्द्र सिंह की मौत परउन्होंने अपने पूर्व के रूख को दोहराया कि पत्थरबाज कुछ नहीं है बल्कि ये आतंकवादी संगठनों के सक्रिय सदस्य हैं.
जनरल रावत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि यदि इस्लामाबाद सीमा-पार आतंकवाद को समर्थन देना जारी रखता है तो भारतीय सेना ‘‘अन्य कार्रवाइयों’’ का भी सहारा ले सकती है.