Schools to Reopen In UP Form Tomorrow: उत्तर प्रदेश में कल से कक्षा 9 से 12वीं तक के खुलेंगे स्कूल, तैयारियां हुईं पूरी
कोरोना महामारी के चलते उत्तर प्रदेश के स्कूल करीब सात महीने से बंद थे. गृह मंत्रालय द्वारा 'अनलॉक 5 में स्कूलों को खोलने की इजाजत मिलने के बाद पिछले हफ्ते योगी सरकार 19 अक्टूबर से 9 वीं से 12 वीं कक्षा के स्कूल खोलने के बारे में फैसला लिया था. सरकार द्वारा छात्रों के हित में लिए गए फैसले के बाद राज्य में कल यानी सोमवार से 9 से 12 वीं तक के स्कूल खोल दिए जाएंगे.
लखनऊ: कोरोना महामारी के चलते उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के स्कूल करीब सात महीने से बंद थे. गृह मंत्रालय द्वारा 'अनलॉक 5 में स्कूलों (Schools) को खोलने की इजाजत मिलने के बाद पिछले हफ्ते योगी सरकार 19 अक्टूबर से 9 वीं से 12 वीं कक्षा के स्कूल खोलने के बारे में फैसला लिया था. सरकार द्वारा छात्रों के हित में लिए गए फैसले के बाद राज्य में कल यानी सोमवार से 9 से 12 वीं तक के स्कूल खोल दिए जाएंगे. वहीं कक्षा 8 और उससे नीचे के बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी.
छात्रों के स्वास्थ्य को में ध्यान रहते हुए सरकार ने उसके लिए दिशानिर्देशों भी जारी किये हैं. सरकार द्वारा जरी दिशानिर्देशों के अनुसार कक्षाएं 2 पालियों में चलेंगी और माता-पिता से लिखित सहमति की आवश्यकता होगी. स्कूलों को गेटों, कक्षाओं और वॉशरूम के पास नियमित रूप से सैनिटाइजेशन कराने की आवश्यकता होगी. फेस मास्क अनिवार्य रूप से पहनना और छात्रों के बीच सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित करना होगा. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश: UP सरकार ने 19 अक्टूबर को राज्य भर में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को फिर खोलने की दी मंजूरी
वही सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश में सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा. स्कूल प्रबंधन को अतिरिक्त संख्या में मास्क उपलब्ध कराने होंगे. स्कूलों को सैनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी. विद्यार्थियों को हैंडवाश या हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा. यदि किसी छात्र, शिक्षक या अन्य कार्मिक में खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण हों तो उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेज दिया जाएगा.
सरकार के दिशानिर्देश में यह भी कहा गया है कि एक दिन में प्रत्येक कक्षा में अधिकतम 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा. बाकी 50 फीसदी को विद्यार्थियों को अगले दिन बुलाया जाएगा. विद्यार्थियों को एक-दूसरे से 6 फीट की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. इसके साथ ही विद्यार्थियों को कोई टिफिन और पानी की बोतल साझा नहीं करने दिया जाएगा.