मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम आये करीब एक हफ्ता होने हो जा रहे हैं. लेकिन सीएम पद को लेकर बीजेपी-शिवसेना (Shivsena- BJP) के बीच शुरू खींचतान के चलते महाराष्ट्र में सरकार बनती नजर नहीं आ रही है. वहीं बीजेपी के साथ सरकार बनाने और शिवसेना पार्टी का विधायक दल का नेता चुने जाने को लेकर मुंबई के मातोश्री में शिवसेना नेताओं की एक बैठक चली. इस बैठक में शामिल होने से पहेल शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का एक बयान आया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम अपने स्टैंड पर कायम है और अपने स्टैंड से पीछे हटने वाले नहीं है.
संजय राउत अपने बयान में आगे सहयोगी पार्टी बीजेपी पर तंज सकते हुए कहा कि अगर किसी ने अपना वादा पूरा नहीं किया है तो वह हमारी सहयोगी पार्टी है. हम अपनी मांग के साथ आगे बढ़ेंगे, वहीं बीजेपी की बात करें तो सरकार बनाने को लेकर बीजेपी शिवसेना को मनाने की कोशिश में लगी हुई है. खबरों की माने तो बीजेपी शिवसेना को 14 मंत्रालय देकर उसे राजी करना चाहती है. खबर है कि शिवसेना यदि सीएम पद को लेकर मान भी जाती तो वह 14 अहम मंत्रालयों की बजाय 18 मंत्रालय की मांग रही है. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: देवेंद्र फडणवीस चुने गए बीजेपी विधायक दल के नेता, सरकार बनाने को लेकर सस्पेंस जारी, शिवसेना के अगले कदम पर नजर
Sanjay Raut, Shiv Sena on 50-50 formula for government formation in Maharashtra: We will not step back from our stand. If anyone has gone back on their promise, it is our ally. We will continue to move forward with our demand. pic.twitter.com/XHaS6wJs4o
— ANI (@ANI) October 31, 2019
बात दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी- शिवसेना गठबंधन के तहत मिलाकर चुनाव लड़ी. जिसमें बीजेपी को 105 सीटें मिली तो वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. जो दोनों पार्टियों के आकड़ा को मिलाएं तो सरकार बनाने के लिएपूर्ण बहुमत हैं. लेकिन शिवसेना इस शर्त पर बीजेपी के साथ आना चाहती है कि उसे 50-50 के फॉर्मूले के तहत ढाई साल के लिए शिवसेना पार्टी का भी सीएम पद चाहिए .