Sahara Case: सुब्रत रॉय के निधन के बाद सहारा से जुड़े मामलों का क्या होगा? SEBI चीफ माधबी पुरी बुच ने दिया ये जवाब
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया की चीफ माधबी पुरी बुच ने फिक्की के एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सेबी के लिए यह मामला एक इकाई के आचरण से जुड़ा है और यह जारी रहेगा, भले ही कोई व्यक्ति जीवित हो या नहीं.
सहारा ग्रुप (Sahara Group) के प्रमुख सुब्रत रॉय (Subrata Roy) के निधन के बाद सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चीफ माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) का बड़ा बयान सामने आया है. सेबी चीफ ने गुरुवार को कहा कि सहारा का मामला किसी इकाई के आचरण से संबंधित है, ऐसे में इस समूह के संस्थापक सुब्रत रॉय के निधन के बाद भी ये मामला जारी रहेगा. माधबी पुरी बुच ने फिक्की (FICCI) के एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सेबी के लिए यह मामला एक इकाई के आचरण से जुड़ा है और यह जारी रहेगा, भले ही कोई व्यक्ति जीवित हो या नहीं.
दरअसल, सुब्रत रॉय के निधन के बाद पूंजी बाजार नियामक सेबी के खाते में पड़ी 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की अवितरित धनराशि फिर से चर्चा का विषय बन गई है. आपको बता दें कि लंबे समय से बीमार सुब्रत रॉय का 14 नवंबर की रात मुंबई में निधन हो गया था. वह 75 वर्ष के थे.
यहां देखें ट्वीट-
उल्लेखनीय है कि सुब्रत रॉय ने रिटेल, रियल एस्टेट और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया. हालांकि वह एक बड़े विवाद के केंद्र में भी रहे और उन्हें अपने समूह की कंपनियों के संबंध में कई नियामक और कानूनी लड़ाइयों का सामना करना पड़ा, जिन पर बहु-स्तरीय विपणन योजनाएं बनाने के लिए नियमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया गया था. बहरहाल, सहारा समूह ने हमेशा इन आरोपों को खारिज किया है.