नई दिल्ली: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने देशभर में अपने यात्रियों की सुविधा के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है. दरअसल ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में स्टेशन परिसर और ट्रेन के अंदर नकली पानी की बोतले बेचने वालों के खिलाफ रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने ‘ऑपरेशन थर्स्ट’ के तहत बड़ी कार्यवाई की है. अवैध पानी की बोतलों की बिक्री करने के आरोप में आरपीएफ ने 1371 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और 69,000 बोतलों को भी जब्त किया है.
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रेलवे परिसर में अनाधिकृत ब्रांड वाली पानी की बोतलें धड़ल्ले से बेचे जाने के मामलों पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन थर्स्ट नाम से एक अभियान 8 और 9 को शुरू किया गया. इसके तहत प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्तों को इन अनाधिकृत गतिविधियों पर लगाम लगाने का आदेश दिया गया. अभियान के दौरान भारतीय रेलवे के लगभग सभी प्रमुख स्टेशनों को कवर किया गया.
ऑपरेशन थर्स्ट के दौरान 1371 व्यक्तियों को अनाधिकृत ब्रांडों के पानी की बोतलें बेचने के मामले में रेलवे अधिनियम की धारा 144 और 153 के तहत गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान नकली पीने के पानी की कुल 69294 बोतलें जब्त की गईं और अपराधियों से जुर्माने के तौर पर कुल 6,80,855 रूपए वसूल किए गए. गैर कानूनी बिक्री गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 4 पेंट्री कार प्रबंधकों को भी गिरफ्तार किया गया. प्लेटफार्मों पर लगे स्टॉल में भी ऐसे ब्रांड की पेयजल बोतलें बिकती हुयी पाई गईं , जो रेलवे द्वारा अधिकृत नहीं हैं.
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इन गैर कानूनी गतिविधियों की तह तक पहंचने के लिए ऐसे मामलों में और जांच की जा रही है और इसमें शामिल पाए गए लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इस विशेष अभियान के बाद संबंधित पीसीएससी द्वारा आगे भी निरंतर कार्रवाई जारी रखी जाएगी.
railways station packed water bottle pic.twitter.com/J9NpxXVTqK
— DIPESH KUMAR GUPTA (@deep210893) July 12, 2019
कुछ दिन पहले एक ऐसा वीडियो सामने आया था जिसने रेल यात्रियों की सेहत से हो रहे खिलवाड़ की सारी सच्चाई बयां कर दी. दरअसल इस वीडियो में एक लड़का स्टेशन से कुछ बोतलों में पानी भरते हुए दिख रहा है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि वह इन बोतलों को नई बताकर ट्रेनों और रेल परिसर में बेचेगा. हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं हो सकी है.