रॉबर्ट वाड्रा का सरकार पर हमला, कहा- मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, पहले उन भगोड़ों पर कार्रवाई हो जो देश को लूट कर भाग गए हैं
रॉबर्ट वाड्रा (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering Case) केस में प्रवर्तन निदेशालक (ईडी) (Enforcement Directorate) की जांच का सामना कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के पति राबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने बुधवार को केंद्र सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भारत में बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने देश को लूटा है और देश छोड़कर बाहर भाग गए हैं. सरकार ने अब तक उन भगोड़ों पर क्या कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि मैं इस देश का नागरिक हूं और इस देश को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला हूं. जब तक मैं अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को हटा नहीं देता, तब तक मैं सक्रिय राजनीति का हिस्सा (Active Politics) नहीं बनूंगा और यह मेरा वादा है.

दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फरवरी महीने के पहले हफ्ते में दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में उनसे पूछताछ हुई थी और वो ईडी के दफ्तर में अपनी पत्नी प्रियंका गांधी के साथ पहुंचे थे. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की थी. इस दौरान कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर उनके परिवार को निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वो किसी भी तरह के दबाव में नहीं आने वाली हैं और वो हर हाल में अपने पति के साथ खड़ी हैं.

इस मामले में पूछताछ किए जाने के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था कि वो एक राजनीतिक परिवार से जुड़े हुए हैं इसलिए उन्हें ये सजा मिल रही है. उन्होंने कहा था कि वो किसी भी डील में शामिल नहीं थे, जिसमें भ्रष्टाचार किया गया हो. उनका कहना था कि वो कानून के दायरे में रहकर ही बिजनेस करते हैं. यह भी पढ़ें: रॉबर्ट वाड्रा से मनी लॉन्ड्रिंग केस में करीब 6 घंटे चली पूछताछ, आज फिर जाना पड़ सकता है ED के दफ्तर

गौरतलब है कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा को कई बार ईडी के दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश होना पड़ा है. हालांकि उन्होंने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इंकार किया और यह आरोप लगाया कि राजनीति को साधने के लिए ही उन्हें परेशान किया जा रहा है. फिलहाल उन्होंने यह साफ कर दिया कि वो देश में रहकर ही अपने ऊपर लगे आरोपों को हटाएंगे और तभी वो सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनेंगे.